दीवाली से पहले सरकार ने चीनी व सामान्य पटाखों की जगह ग्रीन क्रैकर्स जलाने पर जोर दिया है, ताकि इस दौरान बढ़ते प्रदूषण को कंट्रोल किया जा सकें। इसी के चलते सरकार द्वारा अधिक प्रदूषण फ़ैलाने वाले व चीनी पटाखों पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। लेकिन राजधानी दिल्ली में हाल ऐसा है कि कुछ लोग खुलेआम इन खतरनाक चीनी पटाखों को बेच रहे है।
टाइम्स ऑफ़ इंडिया में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में पुलिस ने दो अलग-अलग केसों में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। ये तीनों आरोपी पटाखों को स्टोर करने के साथ-साथ उन्हें बेच भी रहे थे। इसकी भनक पुलिस को लग गई और इन आरोपियों को मौके पर दबोच लिया गया। वहीं, पुलिस की माने तो 44 वर्षीय उमेश कुमार सिंह और 26 साल के अमित वशिष्ट इन दोनों आरोपियों के पास से करीब 94 किलो पटाखें मिले है।
वहीं, एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में एनसीआर के इलाकों से अवैध रूप से पटाखे लाकर बेचे जा रहे है। एनसीआर की अवैध फैक्टरियों से पटाखे लाकर अपने घरों में स्टोर कर रहे हैं। इतना ही नहीं, एक अलग मामले में दिल्ली पुलिस ने मोहन गार्डन इलाके से एक ऐसे ही व्यक्ति को पकड़ा है, जो किराए पर कमरा लेकर पटाखे स्टोर कर रहा था। उसके पास से 25 से 30 किलो पटाखे मिले हैं।
इसके अलावा, एक अन्य मामले में एक दुकानदार खुलेआम अपनी दुकान के बाहर पटाखे रखकर बेच रहा था। इस दुकानकार के पास पटाखे बेचने का कोई लाइसेंस भी था। पुलिस की छापेमारी में इसके पास से 100 तरह के 230 किलो पटाखे जब्त किए गए, जोकि ग्रीन क्रैकर्स नहीं थे। लेकिन यह आरोपी मौके पर भाग गया।
सावधान: चीनी पटाखे जलाते या बेचते हुए पकड़े गए तो होगी सजा
बता दें, बीते दिनों प्रिंसिपल कमिश्नर ऑफ़ कस्टम ने एक नोटिस जारी कर देश में चीनी पटाखों के आयात को प्रतिबंधित किया गया है। इतना ही नहीं, यदि कोई भी व्यक्ति किसी भी तरह से इन पटाखों को रखता है, बेचता है या फिर किसी तरह से इसकी डीलिंग करता है तो उसे कस्टम एक्ट 1962 के तहत दंडित किया जाएगा। नोटिस में ये भी कहा कि चीनी पटाखों का इस्तेमाल सरकार के एक्सप्लोजिव नियम 2008 के खिलाफ है।