देशभर में पिछले कई महीनों से ऑटो सेक्टर लगातार मंदी की मार झेल रहा है। ऑटो क्षेत्र में वाहनों की बिक्री के साथ-साथ इनके उत्पादन में भी भारी गिरावट देखने को मिल रही है। दरअसल, हाल ही में सोसाइटी ऑफ़ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चर्स (SIAM) ने आंकड़े जारी किए है, जो ऑटो सेक्टर में प्रोडक्शन की कमी को दर्शाते है।
SIAM द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल के मुकाबले इस साल अक्टूबर में पैसेंजर व्हीकल का उत्पादन 21.14 प्रतिशत घट गया है। वहीं, इसी साल सबसे ज्यादा मंदी अप्रैल से अक्टूबर महीने में देखने को मिली। इस दौरान वाहनों के उत्पादन में 16.66 प्रतिशत की कमी आई है।
वहीं, इन आंकड़ों की तुलना करें तो अक्टूबर 2018 में 3,41,363 यूनिटों का उत्पादन हुआ। वहीं, इस साल अक्टूबर में 2,69,186 यूनिटों का उत्पादन हुआ है। अक्टूबर लगातार 12वां महीना था जब प्रमुख वाहन निर्माताओं ने बिक्री और निर्माण के आंकड़े में भारी गिरावट दर्ज की गई है।
इसके अलावा, मैन्युफैक्चरिंग के बाद पैसेंजर व्हीकल्स की सेल की बात करें तो इस साल अक्टूबर में इनकी सेल में मामूली सा इजाफा देखने को मिला है। इस दौरान वाहनों की बिक्री में केवल 0.28 प्रतिशत का ही इजाफा हुआ है। पिछले साल अक्टूबर में 2,84,223 वाहनों की बिक्री हुई तो वहीं इस साल 2,85,027 वाहनों की बिक्री हुई है।
ऑटो सेक्टर के लिए चिंता तब ज्यादा बढ़ गई जब त्योहारी सीजन होने के बावजूद भी प्रोडक्शन में कोई इजाफा नहीं हुआ। हालांकि, इस दौरान वाहनों की बिक्री में मामूली सी बढ़ोतरी देखने को मिली। ऑटो सेक्टर में मंदी आने से ऑटोमोबाइल कंपनियां भी काफी घाटे चल रही है। इसी के चलते कंपनियों से भारी मात्रा में कर्मचारियों को निकाला जा रहा है। इसके बावजूद भी प्रोडक्शन में कोई बढ़ोतरी नहीं हो रही है और कई कंपनियां बंद होने की कगार पर है।
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