भारतीय पासपोर्ट में कमल के फूल का प्रतीक लगाने पर विदेश मंत्रालय ने सफाई देते हुए कहा है कि इससे अधिक सुरक्षा सुविधाएं मिलती हैं। इससे नकली पासपोर्ट के खतरे से बचा जा सकता है। केंद्र सरकार के अनुसार वो अन्य राष्ट्रीय चिह्नों का इस्तेमाल रोटेशनल तरीके से करेंगे। जिन लोगों ने हाल ही में भारतीय पासपोर्ट प्राप्त किया है, साथ ही जो लोग आवेदन करना चाहते हैं, उन्हें केंद्र सरकार द्वारा लाए गए परिवर्तनों पर ध्यान देना चाहिए।
ये बडे बदलाव भारतीय पासपोर्ट में किए गए हैं-
- कमल एक राष्ट्रीय फूल है जिसे पासपोर्ट पर सुरक्षा इंतजाम के रुप में छापा गया है ,ताकि नकली पासपोर्ट की पहचान हो सके।
- अगर आप इसकी तुलना पुराने पासपोर्ट के साथ करेंगे तो कमल ने पासपोर्ट अधिकारी के हस्ताक्षरों का स्थान लिया है। पुराने पासपोर्ट में यहां पासपोर्ट अधिकारी के हस्ताक्षरों की जगह और दूसरे पन्ने पर सील लगी होती थी। कमल को नए पासपोर्ट के दूसरे पन्ने पर आयातकार आकार में बनाया गया है।
- पुराने पासपोर्ट में पासपोर्ट धारकों के नाम और पते दर्ज करने के लिए अलग-अलग कॉलम होते थे। नए पासपोर्ट में अब ये अलग कॉलम नहीं हैं।
- नए पासपोर्ट में नए कोड जारी किए गए हैं। विशेष सुविधाओं से लैस इन नए पासपोर्ट को पहली बार कोच्चि के पासपोर्ट कार्यालयों में नवंबर में लाया गया था।
- नए पासपोर्ट में कागज की बेहतर क्वालिटी का प्रयोग किया गया है। ये प्रिटिंग महाराष्ट्र के नासिक में की गई है।
- राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी), और भारतीय सुरक्षा प्रेस (नासिक) ने यात्रियों के लिए पासपोर्ट को अपग्रेड करने के लिए विदेश मंत्रालय के साथ मिलकर काम किया है।
संयुक्त राष्ट्र की विशेष एजेंसी इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गनाइजेशन (ICAO) ने भारतीय पासपोर्ट में इन नई सुविधाओं के लिए अपनी मंजूरी दे दी है। साथ ही विदेश मंत्रालय ने इस बात की भी जानकारी दी है कि नए पासपोर्ट में समय समय पर इन सुविधाओं में बदलाव किए जाते रहेंगे।
विदेश मंत्रालय साथ ही ई-पासपोर्ट पर भी काम कर रहा है, जो की बायोमेट्रिक पर अधारित होगा। इसमें एक चिप होगी और इसे स्वचलित पासपोर्टस गेट्स में इस्तेमाल किया जा सकेगा।