जूली चौरसिया
पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने आईपीएस अधिकारी संपत कुमार पर अवमानना का आरोप लगाते हुए मद्रास कोर्ट में याचिका दायर की है। यह मामला 2013 के आईपीएल में हुई सट्टेबाजी और स्पॉट फिक्सिंग से जुड़ा हुआ है। धोनी की याचिका की सुनवाई शुक्रवार को होने वाली थी, परंतु समय की कमी के कारण सुनवाई नहीं हो पाई ,अब इस मामले की सुनवाई मंगलवार को हो सकती है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल यह मामला 2013 के आईपीएल (इंडियन प्रीमीयर लीग) सट्टेबाजी और स्पॉट फिक्सिंग से जुड़ा हुआ है यह केस आईपीएस संपत कुमार को सौंपा गया था। इसकी जांच के दौरान आईपीएस संपत कुमार ने महेंद्र सिंह धोनी के खिलाफ टिप्पणी की थी। उनका कहना था कि महेंद्र सिंह धोनी 2013 के आईपीएल मैचों में हुई सट्टेबाजी में शामिल थे जिसके बाद महेंद्र सिंह धोनी ने 2014 में आईपीएस संपत कुमार और एक निजी टेलीविजन चैनल के खिलाफ अपना नाम कथित रूप से जोड़ने के लिए उन पर 100 करोड़ रुपए का मानहानि का मुकदमा दायर किया था।
कोर्ट ने दिया था किसी भी तरह की बयानबाजी न करने का आदेश-
कोर्ट ने संपत और दूसरे पक्षों को धोनी के खिलाफ किसी भी तरह की बयानबाजी ना करने का आदेश दिया था, परंतु उसके बाद भी आईपीएस संपत कुमार ने 2021 में लिखित आवेदन देकर मामला रद्द करवाने का अनुरोध किया था। इसी को आधार बनाकर महेंद्र सिंह धोनी ने मद्रास उच्च न्यायालय में उनके खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। उनका कहना है कि आईपीएस संपत कुमार ने अपने आवेदन में कुछ ऐसी बातें लिखी हैं जो उनके मान-सम्मान को ठेस पहुंचाती है और यह कोर्ट के आदेश की अवमानना है, उन्होंने इसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की है।
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2013 में हुई थी इन तीन खिलाड़ियों की गिरफ्तारी-
2013 के आईपीएल मैच के दौरान पुलिस ने सट्टेबाजी और स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में राजस्थान रॉयल्स के तीन खिलाड़ियों श्रीसंत, अंकित चव्हान, अजीत चंदीला और इनके साथ अभिनेता विंदु दारा सिंह को गिरफ्तार किया था, जिसके साथ ही आईपीएल टीम के कुछ मालिकों के नाम भी सामने आए थे। इस एक घोटाले की वजह से पूरा भारतीय क्रिकेट हिल गया था ,परंतु इन तीनों खिलाड़ियों को बाद में बाइज्जत बरी कर दिया गया था।
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