8 नवंबर 2022 को कार्तिक पूर्णिमा के दिन इस साल का दूसरा और आखरी चंद्र ग्रहण लगेगा। ऐसा बताया जा रहा है कि इसके बाद से 3 साल तक पूर्ण चंद्र ग्रहण नहीं लगेगा। इसके बाद अगला चंद्र ग्रहण मार्च 2025 में लगेगा। लेकिन उस दौरान हमें आंशिक चंद्र ग्रहण देखने को मिलेगा। आपको बता दें की यह चंद्र ग्रहण भारत में भी देखने को मिलेगा।
चंद्र ग्रहण का समय-
भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, ग्रहण 8 नवंबर को दोपहर 2.39 बजे से शुरू होगा, पूरी तरह से ग्रहण दोपहर 3.46 बजे से शुरू होगा। संपूर्णता, ग्रहण की वह अवस्था होती है जब चंद्रमा पूरी तरह से पृथ्वी की छाया में होता है, शाम 5.12 बजे समाप्त होगा और ग्रहण का आंशिक चरण 6.19 PM पर समाप्त हो जाएगा।
क्या भारत के लोग इस चंद्रग्रहण को देख पाएंगे-
ऐसा जरूरी नहीं कि साल का आखरी चंद्रग्रहण देश के हर राज्य में दिखाई दे क्योंकि कई स्थानों पर चंद्रग्रहण बादलों से ढक जाता है जिस कारण से वह दिख नहीं पाता। भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अनुसार भारत के पूर्वी हिस्सों पर चंद्र ग्रहण को सबसे ज्यादा साफ पश्चिम बंगाल के कोलकाता और सिलिगुड़ी, असम के गुवाहाटी, बिहार के पटना, झारखंड के रांची और देश की राजधानी दिल्ली में साफ देखा जा सकता है। हालांकि अधिकांश भारतीय शहरों में आंशिक ग्रहण दिखाई देगा।
सूतक कब लगेगा-
भारत में चंद्रग्रहण देखा जाएगा, इसलिए यहां सूतक लगेगा। चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पहले ही सूतक लग जाता है। देश के जिस हिस्से में चंद्रग्रहण जिस समय दिखाई देगा, उसी समय से 9 घंटे पहले ही सूतक लग जाएगा और ग्रहण के समय तक लगा रहेगा। जैसे दिल्ली में चंद्रग्रहण दिखने का समय शाम 5:32 से 6:18 तक है तो दिल्ली में सूतक सुबह 9:21 से 6:18 तक लगा रहेगा।
कैसे होता है चंद्रग्रहण?
चंद्र ग्रहण तब होता है चंद्र ग्रहण के समय जब चंद्रमा और सूरज के बीच पृथ्वी आ जाती है और पृथ्वी की छाया चंद्रमा को ढक लेती है जिससे कि चंद्रमा पर ग्रहण लग जाता है।
चंद्र ग्रहण में क्या करें-
ऋषियों के अनुसार सूतक काल में ग्रहण लगने से पूर्व सभी खाने पीने की चीजों में तुलसी के पत्तों को डाल दें जिससे कि ग्रहण का दुष्प्रभाव ना हो। दूसरा ग्रहण लगने से पूर्व मंदिर के कपाट को बंद कर दे और ग्रहण समाप्त होने के बाद ही मंदिर के दरवाजों को खोलें।