NDTV के संस्थापक प्रणय रॉय और उनकी पत्नी राधिका रॉय ने प्रमोटर ग्रुप व्हीकल आरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद अडानी ग्रुप ने टीवी चैनल एनडीटीवी पर अधिग्रहण कर लिया। हालांकि प्रणय रॉय और उनकी पत्नी राधिका रॉय अभी भी प्रमोटर के रूप में एनडीटीवी के 32.26% के हिस्सेदार हैं और उन्होंने समाचार चैनल के बोर्ड से इस्तीफा नहीं दिया।
अडानी ग्रुप की दो चरणीय अधिग्रहण बोली लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रही है। विश्व प्रधान कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड एक ऐसी भारतीय कंपनी जिसे बहुत कम लोग जानते हैं। इसकी स्थापना सन 2008 में हुई थी। विश्व प्रधान कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने एनडीटीवी प्रमोटर कंपनी (आरआर पीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड) को 403.85 करोड रुपए का लोन दिया था, इस लोन पर किसी भी तरह का ब्याज नहीं था। जिसके खिलाफ आर आर टी आर ने वारंट जारी किया।
लोन ना चुकाने की स्थिति में वीसीपीएल इसे आरआरपीएल में 99.9 प्रतिशत हिस्सेदारी में बदलने का हकदार है। 10 साल से भी ज्यादा समय पहले NDTV के संस्थापक और प्रणय रॉय ने एक कंपनी से 400 करोड़ से भी ज्यादा का ब्याज मुक्त ऋण लिया था। जिसे अगस्त में ही अडानी ग्रुप ने अधिग्रहित किया था। जिसमें न्यूज़ चैनल में 29.18 प्रतिशत की हिस्सेदारी है।
उस लोन के समझौते के लिए प्रणय रॉय और राधिका रॉय की जरूरत थी। जिनके पास जून 2009 के अंत में 55.5% की हिस्सेदारी थी। अपने कुछ शेयरों को आरआर पीआर होल्डिंग में बदलने के लिए इन शर्तों की वजह से NDTV में आरआर पीआर होल्डिंग की हिस्सेदारी 2010 तक 29.18 हो गई। 2012 में वीसीपीएल का स्वामित्व बदल गया, अदानी ग्रुप की फर्म ने सबसे पहले अपने नए मालिक से बीसीपीएल का अधिग्रहण किया और ब्याज मुक्त लोन को न्यूज़ चैनल कंपनी में 29.18 प्रतिशत की हिस्सेदारी में बदलने का एक विकल्प रखा। जिसके बाद इसने देश के अधिग्रहण के नियमों के मुताबिक जनता से बाकी बचे 26% की हिस्सेदारी खरीदने के लिए 493 करोड़ की खुली पेशकश की।
23 अगस्त को अडानी ग्रुप ने वीसीपीएल के अधिग्रहण के माध्यम से एनडीटीवी में अप्रत्यक्ष रूप से 29.18% की हिस्सेदारी के अधिग्रहण की अनाउंसमेंट की। अडानी ग्रुप के पास आरआर पीआर होल्डिंग में 99.9 प्रतिशत की हिस्सेदारी है NDTV में राधिका रॉय और प्रणय रॉय की 29.18 फ़ीसदी हिस्सेदारी थी और लोन ना चुकाने की वजह से वारंट के इक्विटी में बदलाव ने अडानी ग्रुप की इकाई को आरआर पीआर होल्डिंग के लगभग सभी शेयर दे दिए।
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अडानी ग्रुप के 25% से ज्यादा की हिस्सेदारी पर अप्रत्यक्ष रूप से नियंत्रण का मतलब है कि उसे भारतीय नियमों के मुताबिक NDTV मौजूदा शेयरधारकों से कम से कम 26% ज्यादा खरीदने के लिए एक खुली पेशकश करनी चाहिए ताकि उन्हें बाहर निकलने का मौका मिल सके। इसके बाद अडानी ग्रुप की फर्म बीसीपीएल ने एएमजी मीडिया नेटवर्क और अडानी इंटरप्राइजेज लिमिटेड के साथ एक पेशकश के द्वारा बचे हुए 26% या 1.67 करोड़ इक्विटी शेयर हासिल करने का प्रस्ताव रखा।