रोहिणी आचार्य बिहार के भूतपूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव की बेटी हैं, रोहिणी आचार्य लालू यादव की छोटी बेटी हैं। रोहिणी की शादी साल 2022 में अमेरिका बेस्ट सॉफ्टवेयर इंजीनियर समरेश सिंह से हुई थी। फिलहाल वह सिंगापुर में रहती हैं परंतु सिंगापुर में रहने के बाद भी वह भारत के राजनीतिक मामलों के लिए सक्रिय रहती हैं और साथ ही राजनीतिक टिप्पणी भी करती रहती हैं।
आरजेडी के सुप्रीमो लालू यादव लंबे समय से बीमार चल रहे थे और कई तरह की बीमारियों से जूझ रहे थे। लालू यादव का सिंगापुर में आज किडनी ट्रांसप्लांट का ऑपरेशन सफल रहा। रोहिणी आचार्य तब से सुर्खियों में बनी हुई हैं जब से उन्होंने अपनी किडनी अपने पिता को डोनेट करने का ऐलान किया। लेकिन उन्हें लेकर पब्लिक डोमेन में कम ही लोगों को जानकारी है।
रोहिणी आचार्य कौन हैं?
लालू यादव और राबड़ी देवी के 9 बच्चों में से एक हैं, रोहिणी आचार्य वह पेशे से डॉक्टर हैं और वह लालू यादव की छोटी बेटी हैं। उन्होंने एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर समरेश से शादी की और फिलहाल वह सिंगापुर में रहती हैं। लेकिन इसके बावजूद भी वह भारत की राजनीति में रुचि रखती हैं।
अपने पिता के बारे में उनका क्या कहना है?
किडनी डोनेट करने से पहले रोहिणी ने एक पोस्ट लिखा था, मुझे इस दुनिया में आवाज देने वाले मेरे पिता हैं, मेरे लिए जो सब कुछ हैं, मैं बहुत भाग्यशाली महसूस करूंगी अगर मैं अपने जीवन का छोटा सा हिस्सा भी योगदान कर सकूं। इस धरती पर माता और पिता भगवान हैं और सभी को उनकी सेवा करने का कर्तव्य निभाना चाहिए। आगे उन्होंने लिखा कि मेरे माता-पिता मेरे लिए भगवान हैं और उनके लिए मैं कुछ भी कर सकती हूं।
माँ- पिता मेरे लिए भगवान हैं. मैं उनके लिए कुछ भी कर सकती हूँ. आप सबों के शुभकामनाओं ने मुझे और मजबूत बनाया है.
मैं आप सबके प्रति दिल से आभार प्रकट करती हूँ. आप सब का विशेष प्यार और सम्मान मिल रहा है.
मैं भावुक हो गयी हूँ. आप सबको दिल से आभार कहना चाहती हूँ. pic.twitter.com/ipvrXrFitS
— Rohini Acharya (@RohiniAcharya2) November 11, 2022
मुझे आपकी शुभकामनाओं ने और भी मजबूत बनाया है,आप सभी से मुझे बहुत प्यार और सम्मान मिल रहा है, मैं बहुत भावुक हो गई हूं और मैं दिल से आप सभी को धन्यवाद कहना चाहती हूं।
आईआईटी दिल्ली, मुंबई और मद्रास को मिला 3.6 करोड़ का ऑफर
उनका कहना है कि माता-पिता धरती पर भगवान है और उनकी सेवा करना हम सभी बच्चों का फर्ज है क्योंकि हमें इस दुनिया में लाने वाले वही हैं।