भारतीय नौसेना में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने P15B स्टिल्ट गाइडेड मिसाइल विध्वंसक मोरमुगाओ को कमीशनिंग किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का कहना है कि INS मोरमुगाओ भारत में निर्मित सबसे शक्तिशाली युद्धपोत में से एक है। यह भारतीय समुद्री क्षमता में बढ़ोतरी करता है। आज का दिन भारतीय नौसेना के लिए ऐतिहासिक है आज नौसेना में INS मोरमुगाओ शामिल हुआ है। INS मोरमुगाओ को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की उपस्थिति में मुंबई के नौसेना डॉकयार्ड में नौसेना का हिस्सा बनाया गया है। भारतीय नौसेना के स्वदेशी संगठन ने INS मोरमुगाओ का डिजाइन तैयार किया है और इसका निर्माण मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड मुंबई ने किया है।
INS मोरमुगाओ एक अहम कवच
इस शानदार पोत की चौड़ाई 17 मीटर, लंबाई 163 मीटर और इसका वजन 7400 टन है INS मोरमुगाओ को भारत द्वारा निर्मित सबसे घातक युद्धपोतों में गिना जा सकता है। इस पोत को को गति शक्तिशाली चार टर्बाइनों से मिलती है, सीओजीएस पैमाने के हैं। यह पलक झपकते ही 30 समुद्री मील की गति पकड़ सकता है। कोई भी रडार INS मोरमुगाओ को आसानी से नहीं पकड़ सकता।
Just In 🎯
INS Mormugao, Stealth guided Missile Destroyer Commissioned today in Indian Navy ⚓🇮🇳
It’s 2nd Ship of 4 P15 B Visakhapatnam class stealth destroyer being built for IN by Mazgaon Shipbuilder, Mumbai… pic.twitter.com/rDsyJ6Eyzs
— Vivek Singh (@VivekSi85847001) December 18, 2022
INS मोरमुगाओ की खासियत
जानकारी के अनुसार, इसका नाम गोवा के ऐतिहासिक बंदरगाह के नाम पर मोरमुगाओ रखा गया है। पहली बार यह पोत 19 दिसंबर 2021 में समुद्र में उतरा था। इस दिन गोवा की पुर्तगाली शासन से मुक्ति के 60 साल पूरे हुए थे। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, INS मोरमुगाओ बराक-8 और ब्रह्मोस जैसी मिसाइलों से लैस है। इसके अलावा इसमें इसराइल का मल्टीफंक्शन सर्विलांस थ्रेट अलर्ट रडार ‘एमएस स्टार’ भी लगा है और यह हवा में ही लंबी दूरी के लक्ष्य पता लगा लेता है।
सुप्रीम कोर्ट: सरकारी कर्मचारियों के घपला करने पर प्रत्यक्ष सबूतों के बिना भी हो सकती है सजा
INS मोरमुगाओ इन सुविधाओं से लैस
INS मोरमुगाओ की पनडुब्बी रोधी युद्ध क्षमताओं को देश में ही विकसित किया गया है। इसके अलावा इसमें तारपीडो लांचर, एसडब्ल्यू हेलीकॉप्टर और रॉकेट लांचर की व्यवस्था भी है। यह रासायनिक युद्ध, आणविक और जैविक परिस्थितियों से लड़ने में सक्षम है। उसकी अनोखी बात यह है कि इसका लगभग 75% हिस्सा पूरी तरह से स्वदेशी है और यह आत्मनिर्भर भारत के तहत निर्मित किया गया है।
भारत ने परमाणु सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल-अग्नी-5 का किया सफलतापूर्वक परिक्षण, चीन जता चुका है चिंता
क्या-क्या उपलब्ध है INS मोरमुगाओ में
INS मोरमुगाओ में जमीन से हवा, जमीन से जमीन में मार करने वाली मिसाइलें, लॉन्चर और तारपीडो ट्यूब्स, पनडुब्बी रोधी रॉकेट लॉन्चर, स्वचालित ऊर्जा प्रबंधन प्रणाली, एकीकृत प्लेटफार्म प्रबंधन प्रणाली, फोल्डेबल हैंगर डोर, क्लोज-इन युद्धक प्रणाली बो माउंटेड सोनार और हेलो ट्रैवर्सिंग सिस्टम शामिल है। पिछले साल इससे पहले नौसेना में आईएनएस विशाखापट्टनम को शामिल किया गया था।