एअरबस से 250 विमान खरीदने वाली अपनी विकास रणनीति के तहत 290 विमानों तक के लिए बोइंग को भी चुना। हवाई जहाज खरीदने के लिए एयर इंडिया के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक ऐतिहासिक समझौता किया। पहले फ्रांस के राष्ट्रपति ने टाटा संस और एयरबस के बीच समझौते की सराहना करते हुए कहा था कि भारत और फ्रांस के बीच यह रणनीतिक साझेदारी में एक नया चरण है। फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रोन ने ट्वीट कर कहा कि आज सुबह टाटा संस और एअरबस ने जिस एग्रीमेंट पर साइन किए वह भारत और फ्रांस की रणनीति में एक नया चरण है। हमारे उद्योग और फ्रांस पर आपके विश्वास के लिए धन्यवाद @नरेंद्रमोदी।
बोइंग का कहना है कि जब यह पूरा हो जाएगा , तो यह दक्षिण एशिया में सबसे बड़ा बोइंग ऑर्डर होगा और एयर इंडिया के साथ एयरोस्पेस कंपनी की 90 साल की साझेदारी में 1 मील का पत्थर साबित होगा। वाइट हाउस की तरफ से जारी एक बयान में बाइडेन ने कहा कि बोइंग और एयर इंडिया के बीच एग्रीमेंट के जरिए 200 से भी ज्यादा अमेरिकी निर्मित विमानों की खरीद भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी की ताकत को दर्शाती है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ साझेदारी को और गहरा करने में तत्पर हैं।
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विनिर्माण क्षेत्र में संयुक्त राज्य अमेरिका दुनिया का नेतृत्व कर सकता है। आज मुझे बोइंग और एयर इंडिया के बीच हुए समझौते के माध्यम से 200 से भी ज्यादा अमेरिकी विनिर्मित विमानों की खरीदी की घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है। 44 राज्यों में यह करीब 10 लाख से भी ज्यादा अमेरिकी नौकरियों का समर्थन करेगी और कईयों को इसलिए 4 साल की डिग्री की आवश्यकता नहीं होगी। भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी की ताकत को यह घोषणा दर्शाती है। मंगलवार को एयर इंडिया ने कहा कि वह फ्रांस की एयरबस से 250 विमान खरीदेगी, इसे इतिहास में दुनिया का सबसे बड़ा विमान सौदा कहा जा रहा है।
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