Shivamogga Airport: शिवमोग्गा एयरपोर्ट सुंदर और भव्य है, इस पर कर्नाटक की तकनीक और परंपरा का मेल देखा जा सकता है। यह सिर्फ हवाई अड्डा नहीं है, बल्कि यह इस क्षेत्र के युवाओं के सपनों की एक नई यात्रा का अभियान है। शिवमोग्गा की अपनी यात्रा से कुछ दिन पहले, पीएम मोदी ने कहा कि इस सुविधा से क्षेत्र में वाणिज्य, कनेक्टिविटी और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। देखिए शिवमोग्गा एयरपोर्ट कि एक झलक-
“ಅಭಿವೃದ್ಧಿಯ ಕನಸಿಗೆ ಹೊಸ ರೆಕ್ಕೆ”
ಉದ್ಘಾಟನೆಗೆ ಸಜ್ಜುಗೊಂಡು ನಿಂತಿರುವ ಸುಸಜ್ಜಿತವಾದ ಶಿವಮೊಗ್ಗದ ವಿಮಾನ ನಿಲ್ದಾಣ.
ಇದೇ 27 ರಂದು ಸನ್ಮಾನ್ಯ ಪ್ರಧಾನಮಂತ್ರಿಗಳಾದ ಶ್ರೀ ನರೇಂದ್ರ ಮೋದಿ ಅವರು ವಿಮಾನ ನಿಲ್ದಾಣವನ್ನು ಲೋಕಾರ್ಪಣೆಗೊಳಿಸಲಿದ್ದಾರೆ.@BYVijayendra @KicchaSudeep @StarAshaBhat @prasannavishy#ShivamoggaAirport pic.twitter.com/STEogq5uUt
— B Y Raghavendra (@BYRBJP) February 19, 2023
449.22 करोड़ रुपये के निवेश से बनाया-
शिवमोग्गा हवाई अड्डा 663 एकड़ भूमि पर 449.22 करोड़ रुपये के निवेश से बनाया जा रहा है और इसकी नींव जून 2020 में पूर्व सीएम बी एस येदियुरप्पा ने रखी थी। हवाई अड्डे को बोइंग 737 और एयरबस ए320 प्रकार के विमानों को संचालित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, हवाई अड्डे का यात्री टर्मिनल भवन प्रति घंटे 300 यात्रियों को संभाल सकता है। सरकार के बयान के अनुसार, हवाई अड्डा मलनाड क्षेत्र में शिवमोग्गा और अन्य पड़ोसी क्षेत्रों की कनेक्टिविटी और पहुंच में सुधार करेगा।
कर्नाटक का 9वां घरेलू (Domestic) एयरपोर्ट-
यह कर्नाटक का 9वां घरेलू (Domestic) एयरपोर्ट है। वर्तमान मेंं राज्य के घरेलू (Domestic) एयरपोर्ट बेंगलुरु, मैसूरु, बल्लारी, बीदर, हुबली, कलाबुरगी, बेलगावी और मंगलुरु में स्थित हैं। बेंगलुरु और मंगलुरु हवाई अड्डे राज्य के दो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं। केम्पे गौड़ा अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट, बेंगलुरु के बाद हवाई अड्डे के पास 3,200 मीटर का सबसे लंबा रनवे है और इसे बोइंग 737 और एयरबस ए 320 प्रकार के विमानों को संचालित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है और ये लगभग 200 पीक-ऑवर यात्रियों को संभाल सकता है।
दूसरा सबसे लंबा रनवे-
सीएम येदियुरप्पा ने कहा यह एयरपोर्ट, मलनाड क्षेत्र के लोगों की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करेगा और ये बेंगलुरु के बाद कर्नाटक में दूसरा सबसे लंबा रनवे होगा। उन्होंने कहा, “हवाईअड्डा कनेक्टिविटी बढ़ाएगा, पर्यटन को बढ़ावा देगा और मध्य कर्नाटक में विकास को और गति देगा।”
कमल की आकृति-
शिवमोग्गा एयरपोर्ट कमल की आकृति का है और इसका नाम कुप्पली वेनकटप्पा पुटप्पा के नाम पर रखा गया है जो 20वीं सदी के मशहूर लेखक हैे, वह कुवेम्पू के नाम से भी जाने जाते हैं।
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