किरण शर्मा
केंद्र सरकार के द्वारा इंडियन यूजर्स के डाटा के साथ छेड़छाड़ करने वालों के लिए कड़ा कदम उठाया गया है। सरकार ऐसे देशों की नेगेटिव लिस्ट बनाने की तैयारी कर रही है जिनके साथ भारतीय यूजर्स का डाटा ट्रांसफर नहीं किया जाएगा। जिस भी देश के खिलाफ इस तरह की शिकायत है, उसे ब्लैकलिस्ट में शामिल किया जाएगा। इस नियम के तहत अन्य सभी देशों के साथ
Cross-border Data ट्रांसफर किया जा सकता है लेकिन नेगेटिव लिस्ट में शामिल देशों के लिए यह पूरी तरह बैन रहेगा।
IT राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर:
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, राजीव चंद्रशेखर ने इस पहल को लेकर कहा, कि भारतीय सरकार के पास यह अधिकार है, कि वह यूजर्स के लिए किसी खास जगह पर डाटा ट्रांसफर पर रोक लगा सकती हैं और अब ऐसी जगहों की पहचान करने के लिए सरकार क्राइटेरिया भी निश्चित करेगी ताकि इंडियन यूजर्स के डाटा के साथ किसी तरह की धोखाधड़ी ना हो।
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ब्लैकलिस्ट और वाइटलिस्ट देश:
सरकार के द्वारा पहले केवल वाइटलिस्ट देशों की सूची बनाने का विचार बनाया गया था लेकिन ऐसा करने में मुश्किल आती और समय भी अधिक लगता क्योंकि इसके लिए सभी देशों को क्राइटेरिया के तहत परखना पड़ता है। इसलिए इसके बजाय उन देशों की सूची तैयार करने पर सहमति की गई, जिन्हें ब्लैक लिस्ट में शामिल करना है और जिनके साथ इंडियन यूजर्स के डाटा को ट्रांसफर करने पर रोक लगाई जाएगी ताकि भारतीय यूजर्स के डाटा के साथ छेड़छाड़ करने वाली विदेशी कंपनियों और अन्य देशों पर लगाम लगाई जा सके। सरकार के इस कदम से डाटा को सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी।
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