आजकल बहुत से लोग बिना हेलमेट के ही तेज रफ्तार में गाड़ी चलाते हुए देखे जाते हैं और हेलमेट की जागरूकता की कमी को देखते हुए लगातार एक मुहिम चलाई जा रही है। लेकिन हेलमेट मैन ऑफ इंडिया रघुवेंद्र कुमार का लोगों को जागरुक करने का तरीका बहुत अलग है। हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें एक व्यक्ति लखनऊ एक्सप्रेस वे पर बाइक वाले को हेलमेट दे रहे थे। यह कोई और नहीं बल्कि हेलमेट मैन राघवेंद्र हैं।
Raghavendra Kumar, also known as the Helmet Man of India, has given 56,000 helmets in the last nine years!
He has sold his property and spent ₹2,00,00,000 so far, for just distributing helmets and saving lives!
Give @helmet_man_ a big round of applause! https://t.co/1mqHEXd5Wx
— Kiran Kumar S (@KiranKS) March 18, 2023
जानकारी के मुताबिक राघवेंद्र जी का कहना है कि जिस व्यक्ति को उन्होंने लखनऊ एक्सप्रेसवे पर हेलमेट पहनाया, उसे ओवरस्पीड में जाते हुए उनके बेटे ने देखा था। बाइक पर सवार व्यक्ति ने हेलमेट नहीं पहना था तो मेरी गाड़ी में हमेशा हेलमेट पड़े ही रहते हैं, मेरी बीवी देख रही थी तो उन्होंने वीडियो भी बना लिया, लेकिन क्या पता था कि वीडियो वायरल हो जाएगा।
दोस्त की सड़क हादसे में हुई थी मौत-
राघवेंद्र ने कहा, कि 2014 में मेरा एक दोस्त नोएडा से ग्रेटर नोएडा आ रहा था, तभी उसका एक्सीडेंट हो गया था। उस वक्त उसने भी हेलमेट नहीं पहना था, उसके सिर पर चोट लगी थी, वो 8 दिन तक वेंटिलेटर पा रहा, लेकिन उसकी जान नहीं बच पाई। जब उसे हॉस्पिटल लेकर गए तो सभी यही बोल रहे थे, कि शायद इसकी जान हेलमेट पहनने से बच सकती थी। तब मुझे लगा कि हर साल इतने लोग सिर्फ इसीलिए मर जाते हैं क्योंकि वह हेलमेट नहीं पहनते। तब मुझे लगा कि जिस परिवार ने अपना बेटा खोया या किसी भी अपने को खोया, अब पूरा परिवार गूंगा हो गया है और उनकी अब कोई नहीं सुनेगा। तब मैंने सोचा कि क्यों ना हेलमेट को लेकर लोगों को जागरूक किया जाए।
 
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अब तक कितने हेलमेट बांट चुके-
बस इसी के बाद सड़क पर बाइक सवार को हेलमेट दान करने वाले हेलमेट मैन का जन्म हुआ। राघवेंद्र का कहना है कि मैंने इस मिशन की शुरुआत 2014 में ही की थी, जिसका लक्ष्य हेलमेट के उपयोग के बारे में लोगों में जागरूकता पैदा करना था। ताकि कम से कम इस देश की आने वाली पीढ़ी लापरवाही के कारण सड़क हादसों में अपनी जान ना गवाएं। रघुवेंद्र बिहार के कैमूर जिले के रहने वाले हैं, यह तकरीबन 9 साल से हेलमेट मुहिम चला रहे हैं। अपने सफर के बारे में बताते हुए रघुवेंद्र ने कहा कि अभी तक मैं 22 राज्यों में घूमकर 56,000 से ज्यादा हेलमेट बांट चुका हूँ। ज्यादातर उन लोगों को मैंने हेलमेट बांटा है, जो युवा है इन 56,000 लोगों में से ऐसे 30 लोगों को तो मैं जानता हूं जिनकी हेलमेट की वजह से जान बची है। मेरे लिए कामयाबी यही है कि मैं इतने लोगों की जान बचा पाया।
दोस्त मुझसे बिना हेलमेट लिए तुम दूर चले गए,
मैं जानता हूं ऊपर जाना सबको जल्दी है. लेकीन आपकी गलतियों की वजह से मैं दुखी होकर सड़कों पर निराश हो जाता हूं, जब कोई सामने से मेरे रोकने के बावजूद बिना हेलमेट का चला जाता है.
जय हिन्द 🙏🇮🇳🇮🇳. #Helmetmanofindia pic.twitter.com/1wkp70vOD7
— Helmet man of India (@helmet_man_) March 24, 2023
मुश्किल में भी मुहिम जारी रखी-
रघुवेंद्र पिछले 9 साल से फ्री में हेलमेट बांट रहे हैं, हालांकि इस मुहिम में लोगों की जान तो बच गई, लेकिन रघुवेंद्र की कमाई और बचत खत्म हो गई यहां तक कि कर्ज चुकाने के लिए उन्हें दिल्ली में अपना घर भी बेचना पड़ा। लेकिन उन्होंने अपने मिशन को नहीं छोड़ा, इसे लेकर राघवेंद्र का कहना है, कि कुछ समय पहले मैने एक घर खरीदा था, लेकिन 2018 में मुझे उसे बेचना पड़ा। हालांकि मेरे इस फैसले से कोई भी खुश नहीं था, क्योंकि उनके मुताबिक ये पागलपन है बीच में भी मुझे पैसे की जरूरत पड़ी तो मेरी पत्नी ने मेरा बहुत साथ दिया। उन्होंने अपने जेवर तक भेज दिए, इसके अलावा 56000 हेलमेट देने में भी पैसे चाहिए होते हैं, तो उस वक्त मेरे पास 14 बिटकॉइन थे जो मुझे बेचने पड़े थे। जिनसे मैं 70 से 75 लाख रुपए इकट्ठे कर पाया, लेकिन मैंने अपना काम नहीं रोका। हालांकि अब थोड़ा मुश्किल हो रहा है, तो इसीलिए मैं ग्रेटर नोएडा छोड़ने की सोच रहा हूं, लेकिन देखते हैं कि आखिर ऊपर वाले ने मेरे लिए क्या सोच रखा है।
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भारत में हर साल होती है हजारों दुर्घटनाएं-
जानकारी के मुताबिक भारत में हर साल हजार Accident सिर्फ इसलिए होते हैं, क्योंकि व्यक्ति बिना हेलमेट के बाइक स्कूटी चला रहे होते हैं। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक 2021 में कुल 46,593 लोग बिना हेलमेट के सड़क हादसे में मारे गए। इनमें से 32,887 चालक और 13,716 यात्री थे। 2021 में कुल 4,12,432 सड़क हादसे हुए, जिनमें से 1,28,825 नेशनल हाईवे पर हुए। 2020 की तुलना में 2021 में सड़क दुर्घटना में 12% की वृद्धि हुई थी, इसी में कमी लाने के लिए रघुवेंद्र पिछले 9 साल से हेलमेट बांटने की मुहिम चला रहे हैं।
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