दुनिया में सबसे ज्यादा लग्जरी कारों को सेल करने वाली कंपनी BMW के बारे में क्या आपको कभी लगा है, कि इसका पूरा नाम क्या है। आप में से बहुत से लोगों को इसका पूरा नाम नहीं पता होगा, जर्मन ब्रांड BMW के नाम के पीछे जर्मनी के बारिया इलाके का नाम जुड़ा हुआ है। इस इलाके में कंपनी किसी समय पर इंजन को बनाने का काम करती थी, इस दौरान कंपनी का नाम बवेरिया नटेरन वर्क रखा गया था। जिसके बाद इसका अंग्रेजी में अनुवाद कर दिया गया और इसे बावरिया मोटर वर्क के नाम से भी जाना जाने लगा।
BMW का लोगो-
आपने BMW के नाम के बारे में तो जान लिया, चलिए अब इसके लोगो के बारे में जानते हैं। इसके पीछे भी एक रोचक कहानी है, BMW का लोगो एक एयरक्राफ्ट के प्रोपेलर को दर्शाता है। एक गति से चलते हुए एयरक्राफ्ट इंजन के प्रोपेलर की तस्वीरें का कार बनाने वाली कंपनी का एयरक्राफ्ट इंजन से क्या लेना-देना है। इसका भी एक जवाब है आइए अब जानते हैं कि इसके लोगो की कहानी आखिर है क्या।
विश्व युद्ध के दौरान-
प्रथम विश्व युद्ध के दौरान BMW की स्थापना फाइटर प्लेन के इंजन के बनाने के लिए की गई थी, लेकिन वर्ल्ड वॉर के बाद वर्सेल्लीस युद्ध विराम संधि की शर्तों के तहत कंपनी को एयरक्राफ्ट इंजन को बनाना बंद करना पड़ा। इसके बाद कंपनी ने ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में कदम रखा और 1923 में कंपनी ने मोटरसाइकिल और फिर 1928 में कार को बनाना शुरू कर दिया।
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कंपनी की पहली गाड़ी-
BMWआज अपनी लग्जरी कारों के लिए जानी जाती है, उसके बारे में आपको यह जानकर आश्चर्य होगा, कि इस कंपनी ने पहले गाड़ी कोई नई कार नहीं, बल्कि मोटरसाइकिल बनाई थी। इस मोटरसाइकिल का नाम R32 था और यह 1923 में पहली बार बनकर बाजार में उतरी थी।
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BMW R75-
सन 1940 का दौर आया और एक बार फिर पूरी दुनिया युद्ध में झुक गई, यह दूसरा विश्व युद्ध था। इस दौरान एक बार फिर BMW ने कमाल कर दिया और साइट कार के साथ BMW ने R75 को लॉन्च कर दिया। यह मोटरसाइकिल थी जिस पर एक साथ तीन सैनिक बैठकर किसी भी इलाके में आसानी से जाकर हमला कर सकते हैं और सुरक्षित वापस आ सकते हैं।