एक महिला जो कि भारतीय प्रोफेसर है, महिला ने दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग के दो अधिकारियों पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया, जब महिला उनके पास वीजा का आवेदन कराने के लिए गई थी। महिला ने मीडिया से बातचीत में बताया कि किस तरह ताहिर अब्बास और आसिफ नाम के पाकिस्तानी अधिकारियों ने उसे परेशान किया।महिला ने कहा कि उन अधिकारियों ने मुझसे अश्लील सवाल पूछे और मुझे वीजा देने के लिए उन्होंने मुझसे सेक्स की मांग की।
क्या कहा महिला ने-
महिला ने कहा कि उन अधिकारियों ने मार्च 2022 में अपनी लाहौर यात्रा के लिए पाकिस्तान उच्चायोग में अपने वीजा आवेदन के लिए अपॉइंटमेंट बुक किया था। उसके बाद वीजा साक्षात्कार के दौरान एक स्टाफ के सदस्य ने मुझसे अश्लील प्रश्न पूछना शुरू कर दिया। उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या मेरे विश्वास में एक्स्ट्रा मैरिटल संबंधों की अनुमति है। उसने मुझसे कहा कि वह जितनी चाहे उतनी महिलाओं से शादी कर सकता है। इसके बाद एक अधिकारी ने मेरा हाथ पकड़ लिया। मैं वहां से उठी और मैंने कहा कि मैं जाना चाहती हूं, तभी वहां पर एक और अधिकारी आया और उसने भी मुझसे अश्लील सवाल पूछे।उन्होंने कहा कि एक औरत का आदमी के बिना रहना सही नहीं है। उसने मुझसे पूछा कि मैंने शादी क्यों नहीं की। बिना शादी के मैं कैसे रहूं? अपनी यौन इच्छाओं को मैं किस तरह से पूरा करूं ?
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उन्होंने कहा कि हमारे साथ एक रात बिताएं और 24 घंटे के अंदर ही वीजा पाएं-
महिला के साथ केवल इतना ही नहीं हुआ, महिला ने यह भी बताया कि दोनों अधिकारियों ने मुझे व्हाट्सएप पर मैसेज भेजा और पाकिस्तान आने के लिए कहा जहां वह उसे रहने के लिए पैसे देंगे। महिला ने कहा कि उन अधिकारियों ने मेरे पास फोन भी किया और मुझसे कहा कि यदि मैं उनके साथ एक रात बिताती हूं तो मुझे 24 घंटे के अंदर यह वीजा मिल जाएगा। उन्होंने मुझसे वादा किया कि यदि मैं पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ लेख लिखती हूं तो इसके लिए भी वह दोनों मुझे पैसे देंगे। दोनों ही मुझे एक साथ मैसेज कर रहे थे और एक साथ ही डिलीट कर रहे थे मैंने उनके मैसेज का स्क्रीनशॉट ले लिया।
दोनों अधिकारियों को मिली राजनयिक छूट-
महिला ने कहा कि मैंने उनके चैट और सबूत इकट्ठा किए और फिर पाकिस्तान उच्चायोग में शिकायत की लेकिन अभी तक उन दोनों अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई है। उस महिला का यह कहना है कि वह पुलिस के पास शिकायत दर्ज नहीं करा सकती क्योंकि उन अधिकारियों को राजनयिक छूट मिली हुई है।
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