दिल्ली के जंतर-मंतर (Delhi Jantar Mantar) पर धरना दे रहे पहलवानों (Wrestlers Protest) के पक्ष में खाप पंचायतों और किसान संगठनों (Khap Panchayats & Farmers) ने अपना मोर्चा खोल दिया है। रविवार को जंतर-मंतर पर किसान संगठनों और खाप पंचायतों के पहुंचने की घोषणा के अनुसार पंजाब के किसान संगठन का एक समूह जैसे ही देश की राजधानी दिल्ली की तरफ आगे बढ़ता है तो टीकरी बॉर्डर पर पुलिस उन्हें रोक देती है। दिल्ली का ये बॉर्डर हरियाणा के बहादुरगढ़ को राजधानी से जोड़ता है।
टिकरी बॉर्डर पर ही धरना देने लगे किसान-
ये किसान जंतर-मंतर पर जाना चाहते थे लेकिन पुलिस ने इन्हें बॉर्डर पर ही रोक लिया जिसपर बसों में मौजूद महिला किसान टिकरी बॉर्डर पर ही धरने पर बैठ गई। उन्होंने कहा अगर आप हमें आगे नहीं जानें देंगे तो हम यहीं धरना देंगे। किसानों ने बॉर्डर पर पुलिस और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करना शुरु कर दिया। किसानों ने कहा कि वो पहलवानों को समर्थन देने के लिए दिल्ली जंतर-मंतर जा रहे हैं पुलिस उन्हें शांतीपूर्वक जानें दें जिसपर बाद में पुलिस झुक गई और उन्हें आगे जाने की अनुमति पुलिस को देनी पड़ी।
महिलाएं भारी संख्या में जंतर-मंतर की तरफ कूंच करती हुई। #WrestlersProtests #jantarmantar @Phogat_Vinesh @SakshiMalik @sangeeta_phogat @BajrangPunia pic.twitter.com/em02bnhrFO
— Kavita Dahiya ਕਵਿਤਾ ਦਹੀਆ (@kavitadahiya99) May 7, 2023
दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से धरने पर बैठे पहलवानों को खाप पंचायतों के अलावा पंजाब के किसान संघों ने भी अपना समर्थन दिया है। पंजाब के किसानों के एक समूह ने रविवार को राजधानी की ओर यात्रा शुरू की, लेकिन कानून प्रवर्तन द्वारा उन्हें टिकरी सीमा पर रोक दिया गया। इसके बावजूद, किसान जोरदार नारेबाजी और अपने झंडे लहराते हुए प्रदर्शनकारियों के समर्थन में अपना समर्थन जारी रखे हुए हैं। पुलिस और किसानों के आमने सामने होने से स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। फिर भी, किसान इसे अप्रभावित होकर जंतर-मंतर की तरफ बढ़ गए।
भाईचारे के प्रदर्शन में, किसानों ने एकजुटता दिखाने के लिए खुद को पहलवानों के साथ जोड़ लिया है। टिकरी सीमा पर, पुलिस की नाकेबंदी के कारण पुलिस और किसानों के बीच स्थिती तनावपूर्ण हो गई थी और यातायात अवरूद्ध हो गया था। इस पर किसान चेतावनी देते हुए सीमा पर ही धरने पर बैठ गए थे। महिला किसान इसके बाद टोल पर ही धरने पर बैठ गई थी। दोनों पक्षों में बातचीत होने के बाद पुलिस ने किसानों को शांतीपूर्वक जंतर-मंतर जाने की अनुमति दी।
भारतीय किसान यूनियन उग्राहा द्वारा जंतर मंतर पर चल रहे पहलवानों के आंदोलन को समर्थन देने के लिए हजारों की संख्या में महिलाओं को टिकरी बॉर्डर पर रोक लिया गया है । #WrestlersProtest @BajrangPunia @SakshiMalik @Phogat_Vinesh @JATbera1 @kisanItcell1 pic.twitter.com/q50pgZJbnU
— Ashok Danoda🚜 (@ashokdanoda) May 7, 2023
टिकरी बॉर्डर से गुजरने वाले किसान किस संगठन के-
भारतीय किसान यूनियन उग्रहा समूह की महिला किसान महिला पहलवानों को समर्थन देने दिल्ली आई हैं। कृषक समुदाय के पुरुष और महिलाएं दोनों पहलवानों के समर्थन में एक साथ रैली कर रहे हैं और उत्साह और दृढ़ संकल्प के साथ दिल्ली की ओर बढ़ रहे हैं। पुलिस के प्रतिरोध का सामना करने के बावजूद, महिलाओं ने बेधड़क बाधाओं को तोड़ दिया और झंडे लेकर और नारे लगाते हुए शहर की ओर अपना मार्च जारी रखा।
किसानों ने एक दिन के शांतिपूर्ण विरोध के बाद जंतर-मंतर से प्रस्थान करने का इरादा व्यक्त किया है। इसके विपरीत पहलवानों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए एक दिन का प्रदर्शन किया जाएगा। महिलाओं ने अपने साथी पहलवानों को न्याय दिलाने के लिए दृढ़ संकल्प व्यक्त किया है और यदि आवश्यक हो तो जंतर-मंतर पर एक विस्तारित प्रवास की तैयारी की है, जिसमें भरण-पोषण की व्यवस्था भी शामिल है। वे अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सरकार के साथ सीधे टकराव में शामिल होने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह दृढ़ रुख गरिमापूर्ण और सम्मोहक दोनों है।
कई खाप पंचायतों के गणमान्य नेता और सम्मानित किसान इस रविवार को जंतर-मंतर पर जुटेंगे। गौरतलब है कि भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के प्रति असंतोष व्यक्त करने के लिए भारत के सबसे कुशल पहलवानों की भीड़ सड़कों पर उतर आई है। इन एथलीटों ने श्री सिंह के खिलाफ विशेष रूप से महिला पहलवानों के संबंध में अनुचितता और शोषण के आरोप लगाए हैं।
पश्चिमी यूपी, हरियाणा और राजस्थान के क्षेत्रों से आने वाले प्रतिष्ठित खाप नेताओं और सम्मानित किसानों के आज अपनी मौजूदगी से राजधानी की शोभा बढ़ाएंगे, ताकि वे पहलवानों को अपना समर्थन दे सकें, जिन्होंने हड़ताल का सहारा लिया है। हरियाणा के रोहतक में महम में आयोजित एक बैठक में 70 खाप पंचायतों के नेताओं ने विरोध में सड़कों पर उतरे खिलाड़ियों के साथ एकजुटता से खड़े होने की अनिवार्य आवश्यकता पर चर्चा की। और अब, किसान अपना स्पष्ट समर्थन देने के लिए दिल्ली में जुट गए हैं।
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किसानों ने कहा कि वो सिर्फ एक दिन के लिए आए हैं जंतर-मंतर
किसान संगठनों ने पुलिस को जानकारी दी है कि वो सिर्फ आज रविवार यानी की एक दिन के लिए ही धरने पर जंतर-मंतर आए हैं, आज वो महिला पहलवानों के साथ बैठकर आगे की रणनीति तैयार करेंगे अगर सरकार नहीं मानती है तो फिर उसके अनुरुप आगे के आंदोलन का निर्णय लिया जाएगा।
महिला किसान बोली आर-पार की होगी लड़ाई-
महिला किसानों ने कहा को वे महिला पहलवानो को इंसाफ दिलाने आयी हैं। अगर उनको इंसाफ नही मिला तो जंतर-मंतर पर उनका धरना लंबा भी चल सकता है। इसके लिए वे चाय-पानी और खाने का पूरा इंतजाम करके चली हैं। सरकार से आर-पार की लड़ाई होगी।
शनिवार को महापंचायत के बाद किसान और खाप संगठनों ने लिया था दिल्ली कूच का फैसला-
दिल्ली में जंतर-मंतर पर देश के कई शीर्ष पहलवान भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। पहलवानों का आरोप है कि बृज भूषण शरण सिंह ने महिला पहलवानों का शोषण किया है। धरने के समर्थन में आज जंतर-मंतर पर कई खाप पंचायतों के नेता और किसान आ रहे हैं।
जिसमें मुख्य तौर पर पश्चिमी उत्तरप्रदेश, राजस्थान और पंजाब-हरियाणा के खाप और किसान नेता शामिल है। इस मुद्दे को लेकर पहले यूपी में सोरम गांव में खाप पंचायत हुई थी और शनिवार को हरियाणा के रोहतक में 70 से अधिक खापों ने धरनारथ पहलवनों को अपना समर्थन दिया था। जिसके बाद किसानों का ये दिल्ली कूच देखने को मिला है।
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