Dwarka Expressway के पैकेज 3 और 4 का काम आखिर तक पहुंच चुका है, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा जल्द ही निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा और जुलाई से आम लोगों के लिए इसे खोल दिया जाएगा। जानकारी के मुताबिक, एक्सप्रेसवे के चालू होने से ना केवल गुरुग्राम बल्कि NCR क्षेत्र के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी।
9000 करोड़ रुपए की लागत-
इस एक्सप्रेसवे के निर्माण पर करीब 9000 करोड़ रुपए की लागत आई है, एक्सप्रेसवे को चार हिस्सों में बांटकर बनाया गया है, जिसका 10.01 किलोमीटर हिस्सा दिल्ली में और 18.9 किलोमीटर हिस्सा हरियाणा में रखा गया है। हरियाणा के दोनों क्षेत्रों में निर्माण कार्य 93.2 और 99.25 फ़ीसदी तक पूरा हो चुका है, गुरुग्राम क्षेत्र में एक्सप्रेसवे जुलाई तक चालू हो जाएगा।
लोगों की मांगों को लेकर चर्चा-
उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने मंगलवार को खेड़की दौला के पास मौजूद एक्सप्रेसवे के क्लोवरलीफ से बजखेड़ा तक सड़क के निर्माण कार्य का जायज़ा लिया। उन्होंने GMDA और NHAI के अधिकारियों के साथ एक्सप्रेसवे के लिए स्थानीय लोगों की विभिन्न मांगों को लेकर चर्चा की, एक्सप्रेसवे के निर्माण से जुड़े जिला प्रशासन के विशेष विषयों पर विस्तार से विमर्श भी किया।
एफिल टावर के निर्माण की तुलना में 30 गुना ज़्यादा-
NHAI ने का कहना है, कि एक्सप्रेसवे की सड़क के निर्माण में 2 लाख एमपी स्टील का इस्तेमाल हुआ है, जोकि एफिल टावर के निर्माण की तुलना में 30 गुना ज़्यादा है इसमें 20 लाख सीयूएम और कंक्रीट का इस्तेमाल किया गया है जोकि बुर्ज खलीफा की तुलना में 6 गुना ज्यादा है।
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12000 पेड़ लगाए गए-
इसके निर्माण में 12000 पेड़ों को लगाया गया है, जो कि देश में पहली बार हुआ है, एक्सप्रेसवे पर यातायात की सुगमता व सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरा, टोल मैनेजमेंट सिस्टम, ITS, एडवांस ट्रेफिक मैनेजमेंट सिस्टम आदि तकनीकों का इस्तेमाल किया गया है।
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