किरण शर्मा
गंगा दशहरा ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दिन मनाया जाता है। इस दिन गंगा घाटों की रौनक देखने लायक होती है। कहा जाता है, कि यह दिन मोक्षदायिनी मां गंगा को समर्पित है। इस दिन मां गंगा पृथ्वी पर अवतरित हुई थी इसलिए गंगा दशहरे वाले दिन गंगा माता की विधि पूर्वक पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में मां गंगा के जल को सबसे पवित्र और पूजनीय माना जाता है बिना गंगाजल के कोई भी मांगलिक कार्य पूर्ण नहीं माना जाता है। मान्यता है, कि गंगा दशहरा वाले दिन जो भी व्यक्ति गंगा नदी में स्नान और दान करता है उसके सारे पाप धुल जाते हैं। इस बार गंगा दशहरा कब है और शुभ मुहूर्त क्या है आइए जानते है-
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क्या है गंगा दशहरा की तिथि
इस साल 2023 में शुक्ल पक्ष के दशमी तिथि की शुरुआत 29
मई की दोपहर को 11 बजकर 29 मिनट से होगी और इसका समापन 30 मई 2023 को दोपहर 1 बचकर 7 मिनट पर हो जाएगा। जिसकी वजह से उदया तिथि का योग 30 मई को बन रहा है इसलिए इस दिन गंगा दशहरा मनाया जाएगा।
क्या है गंगा दशहरा का महत्व
इस बार गंगा दशहरा 30 मई 2023 यानी मंगलवार को मनाया जाएगा। इसके अलावा इस दिन साल का आखिरी बड़ा मंगल भी रहेगा ऐसे में इस दिन मां गंगा और हनुमान जी की दुगनी कृपा बरसेगी। इस योग के कारण गंगा दशहरा को गंगावतरण भी कहा जाता है। ब्रह्मपुराण के अनुसार ऐसा माना जाता हैै, कि गंगा दशहरा पर हस्त नक्षत्र विशेष महत्व रखता है इसलिए जो भी इस अवधि में गंगा स्नान करता है उसे कई तरह के पापों से मुक्ति मिलती है जैसे मानसिक पाप, दैहीक पाप और वाणी पाप आदि
क्यों मनाते हैं गंगा दशहरा
पौराणिक कथाओं में बताया जाता है, कि अपने पूर्वजों की आत्मा का उद्धार करने के लिए भागीरथ मां गंगा को पृथ्वी पर ले आए थे। मां गंगा के धरा पर कदम रखने की वजह से इस दिन को गंगा अवतरण दिवस और गंगा दशहरा के रूप में मनाया जाता है।
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