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एनएचआरसी ने ऐसे समय में नोटिस जारी किया है जब महिला पहलवान भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं।
भारतीय कुश्ती महासंघ और अन्य निकायों में यौन उत्पीड़न के इल्ज़ामों को खत्म करने के लिए आंतरिक शिकायत समिति ना होने के कारण एनएचआरसी ने गुरुवार को युवा मामलों और खेल मंत्रालय को जारी किया नोटिस। NHRC ने भी SAI, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड(बीसीसीआई), WFI और कई अन्य राष्ट्रीय खेल संघों को उन रिपोर्टों पर नोटिस भेजा है।
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गौरतलब है कि यूएनएचआरसी ने ऐसे समय में नोटिस जारी किया है जब महिला पहलवानों को यौन उत्पीड़न के खिलाफ भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी को लेकर धरना दे रहे हैं और उन्हें हटाने व गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। एनएचआरसी ने एक मीडिया रिपोर्ट का संज्ञान लिया है क्योंकि भारतीय कुश्ती महासंघ में कोई आंतरिक शिकायत समिति नहीं है।
बयान के अनुसार कथित तौर पर कुश्ती निकाय एकमात्र ऐसा नहीं है जिसके पास विधिवत गठित आईसीसी नहीं है बल्कि ऐसे और भी 30 राष्ट्रीय खेल महासंघ हैं। आयोग के अनुसार अगर मीडिया रिपोर्ट के सामग्री सही है तो यह गैरकानूनी है पर इस तरह ये चिंता का मुद्दा है क्योंकि ये खिलाड़ियों के कानूनी अधिकार और सम्मान को प्रभावित कर सकता है।
अधिकार पैनल ने कहा कि इन खेल निकायों को उनके संगठनों में आईसीसी की वर्तमान स्थिति के मुद्दे को हल करने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर विस्तृत रिपोर्ट चाहिए।

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4 मई की मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रेसलिंग संघ के साथ-साथ पांच अन्य संघों के पास आईसीसी है ही नहीं, जिनमें से 4 संघों के पास सदस्यों की निर्धारित संख्या नहीं है। बात ये भी निकल कर आ रही है कि संघ के पास दो पैनल थे लेकिन कोई बाहरी सदस्य जो जरुरी होता है उनमें वो था ही नहीं।
प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने गुरुवार को काली पट्टी बांधकर इससे ब्लैक डे के रूप में मनाया क्योंकि wi-fi प्रमुख के खिलाफ उनका आंदोलन 18 दिन पूरे कर चुका था।
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