नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport), जो योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के नेतृत्वित उत्तर प्रदेश सरकार (Uttarpradesh Government) की सपने की परियोजना है, अब तक की सबसे महत्वपूर्ण खबरों में बना हुआ है। उत्तर प्रदेश सरकार पूरी कोशिश कर रही है कि परियोजना को समय पर पूरा किया जाए और सभी लोग नए एयरपोर्ट से वाणिज्यिक परिचालन (Commercial Operations) की शुरुआत का इंतजार कर रहे हैं।
अंग्रेजी वेबसाइट टाइम्स नाओ के मुताबिक नये एयरपोर्ट का विकास उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले के जेवर टाउन में हो रहा है, जो कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के करीब स्थित है। तथ्यों के अनुसार, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NIA) के CEO, क्रिस्टोफ शेलमैन ने इस नए एयरपोर्ट के वाणिज्यिक परिचालन से जुड़ी महत्वपूर्ण अपडेट साझा की है।
कब से उड़ान भरना शुरु करेंगी फ्लाइट्स-
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक शेलमैन ने कहा है कि वे आपको यकीन दिलाना चाहते हैं कि इस एयरपोर्ट पर कमर्शियल फ्लाइट्स 2024 के अंत तक उड़ान भरना शुरु कर देगी। उन्होंने कहा कि इस परियोजना पर काम अक्टूबर से दिसंबर 2024 के बीच तक पूरा होने की पूरी संभावना है। काम पूरा होने के बाद विमानों के उड़ान का कार्य शुरु हो जाएगा।
शेलमैन ने कहा है कि परियोजना में काम की गति उम्मीद दिलाती है कि कमर्शियल परिचालन 2024 के अंत तक प्रारंभ होगा। NIA के CEO के अनुसार, परियोजना ने सबसे उन्नत इंजीनियरिंग उपकरण और मशीनरी का उपयोग किया जा रहा है ताकि परियोजना समय पर पूरी हो सके।
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इमीग्रेशन काउंटर्स होंगे डिजिटल तकनीक से लैस-
जेवर के हवाई अड्डे पर आने वाला नया एयरपोर्ट भारत के सबसे उन्नत हवाई अड्डों में से एक होगा। हवाई अड्डे पर इमीग्रेशन काउंटर्स पर डिजिटल तकनीक का उपयोग किया जाएगा। नई तकनीक यात्रियों को इमीग्रेशन के लिए एक सुविधाजनक अनुभव प्रदान करेगी।
अलग-अलग टर्मिनल की जरूरत नहीं-
CEO शेलमैन के अनुसार, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के संचालन के लिए अलग-अलग टर्मिनल नहीं होंगे। NIA में अंतरराष्ट्रीय और घरेलू यात्रियों के लिए अलग-अलग स्तर होंगे और इन्हें आवश्यकता के अनुसार इस्तेमाल किया जा सकेगा।
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