नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के भारतमाला प्रोजेक्ट (BMP) के तहत पंजाब (Panjab) में 1600 किलोमीटर से अधिक लंबे एक्सप्रेसवे (Expressway) बनाए जा रहे हैं। जिसके चलते पंजाब में अब लंबे रुटों पर ट्रैफिक जाम की कोई समस्या नहीं रहेगी। 4 लेनों से लेकर 6 लेनों के ये एक्सप्रेसवे पंजाब में आपकी यात्रा को एक सुखद अनुभव में बदल सकते हैं।
दिल्ली से अमृतसर और कटरा के सफर में इतना लगेगा समय-
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक आप अब दिल्ली से अमृतसर का 8 घंटे का थकाऊ सफर अब मात्र 4 घंटे में पूरा किया जा सकता है। जबकि दिल्ली से कटरा तक की यात्रा अब लगभग 7 घंटे में पूरी हो सकेगी। इससे दिल्ली से कटरा के सफर में लगभग 5 घंटे की कटौती दर्ज की गई है।
मोहाली से बरनाला और अन्य शहरों का लगेगा इतना समय-
आसान यात्रा का सफर सिर्फ यहीं नहीं रुकता है, हमें भारतमाला परियोजना के प्रयासों को धन्यवाद देना चाहिए, इसके कारण मोहाली से बरनाला तक का सफर अब 2.5 घंटे के बजाए केवल 1.5 घंटे में पूरा हो जाएगा। हाईवे इंजीनियरों के अनुसार, लुधियाना, अमृतसर, जालंधर, पटियाला, मलौट, मंडी दबवाली और फगवाड़ा जैसे शहरों के पीड़ादायक जाम की अब विदाई हो सकती है। इन एक्सप्रेसवे के साथ-साथ सात बाइपास बनाए गए हैं, जो इन शहरों को भी भीड़ से छुटकारा देंगे।
लॉजिस्टिक पार्क होंगे विकसित-
विभिन्न जिलों में जारी भूमि अधिग्रहण प्रक्रियाएं और विभिन्न खंडों में सक्रिय निर्माण इस महापरियोजना को आगे बढ़ा रही हैं। इन परियोजनाओं में लगभग 1100 किलोमीटर क्षेत्र ग्रीनफिल्ड इनिशेटिव है जबकि 500 किलोमीटर से अधिक भूरूप परियोजनाएं हैं, जो मौजूदा राष्ट्रीय राजमार्गों के विस्तार करने वाली हैं।
विकास योजनाओं के दृष्टिगत, रणनीतिक स्थानों पर लॉजिस्टिक पार्क विकसित किए जाएंगे। इस योजना के अंतर्गत एक ऐसा पार्क बठिंडा में स्थापित होगा, जो अमृतसर-बठिंडा-जामनगर एक्सप्रेसवे के किनारे स्थित होगा।
साथ ही, दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेस हाइवे पर लुधियाना, संगरूर, पटियाला जैसे मलवा क्षेत्र में स्थित शहरों और उत्तरी पंजाब में जालंधर, अमृतसर, और गुरदासपुर जैसे शहरों में लॉजिस्टिक पार्क निर्मित किए जाएंगे। इन पार्कों का निर्माण इन एक्सप्रेसवे के पास किया जाएगा। भारतमाला परियोजनाओं की पूरी जिम्मेदारी राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) को सौंपी गई है।
22,000 एकड़ भूमि का हो रहा है अधिग्रहण-
पंजाब में वर्तमान में 25 से अधिक हरितक्षेत्र और भूरूप परियोजनाएं प्रगति पर हैं। इनमें से तीन प्रमुख परियोजनाएं हैं जो अद्वितीय हैं। ये हैं दिल्ली-अमृतसर-कटरा (डीएके) एक्सप्रेसवे, अमृतसर-बठिंडा-जामनगर एक्सप्रेसवे, और मोहाली-सिरहिंद-खन्ना बाइपास-मलेरकोटला-बरनाला एक्सप्रेसवे। इन परियोजनाओं के लिए एनएचएआई के सर्वेक्षण के अनुसार, लगभग 22,000 एकड़ क्षेत्र में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है, और कई स्थानों पर पहले से ही महत्वपूर्ण प्रगति हुई है।
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दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे के बारे में-
दिल्ली-अमृतसर-कटरा (डीएके) एक्सप्रेसवे, जिसकी लंबाई 669 किलोमीटर है, उसका 397 किलोमीटर का हिस्सा पंजाब में आता है। इस परियोजना की अनुमानित लागत 37,524 करोड़ रुपये है और इसके निर्माण के बाद दिल्ली से अमृतसर तक की मौजूदा 8 घंटे की यात्रा केवल 4 घंटे में पूरी हो सकेगी। उसी तरह, दिल्ली से कटरा तक की यात्रा वर्तमान में जो 12 घंटों की है वो लगभग 7 घंटों में पूरी हो जाएगी।
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