गुजरात के कच्छ जिले में आज Cyclone Biparjoy जखाऊ बंदरगाह पर अपनी दस्तक दे सकता है। राज्य सरकार ने सावधानी बरतते हुए, तटीय क्षेत्र के पास रहने वाले लगभग 74,000 से अधिक लोगों को स्थानांतरित कर दिया है। इसके साथ ही अधिकारियों ने बुधवार को कहा, कि बचाव और राहत कार्यों के लिए आपदा प्रबंधन( Disaster management ) की इकाइयों को तैनात कर दिया गया है।
मौसम विभाग ने कहा-
Cyclone Biparjoy को लेकर मौसम विभाग ने कहा, कि अरब सागर में बना चक्रवात बिपरजॉय गुजरात कि तरफ बढ़ रहा है। जिसके चलते गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ के कुछ क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ-साथ भरी बारिश भी हुई हैं। साल 2021 के में आये ‘Tauktae’ चक्रवात के बाद गुजरात में आया यह दूसरा चक्रवात है। वहीं भारतीय मौसम विभाग ( IMD ) ने बिपरजॉय तूफानी चक्रवात की जानकारी देते हुए, यह संभावना जताई हैं की गुरुवार की शाम तूफानी चक्रवात बिपरजॉय अपने बेहद ही विनाशकारी रूप में जखाऊ बंदरगाह पहुंचेगा। जिसकी तेज हवाएं 150 KM प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं। इस चक्रवात से सावधानी बरतते हुए, राज्य प्रशासन ने गुजरात के 8 तटीय जिलों से लगभग 74,345 लोगों को स्थानांतरित कर अस्थायी आश्रयों में ले जाया गया है, जबकि केवल कच्छ से लगभग 34,300 लोगों को स्थानांतरित कर सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।
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जानकारी के मुताबिक आपको बता दें, कि बुधवार की रात गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल गांधीनगर के SEOC हिस्सों यानी राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र पहुंचे और वहां राज्य और प्रशासन के द्वारा उठाए गए कदमो का समीक्षा करने के लिए उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की। जिसमें यह कहा गया कि, देवभूमि द्वारका में द्वारकाधीश मंदिर और गिर सोमनाथ जिले में सोमनाथ मंदिर गुरुवार यानी आज भक्तों के लिए बंद रहेगा। वहीं IMD के द्वारा गुजरात के कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर जैसे- तटीय क्षेत्रो में भारी बारिश होने की संभावना जताई गयी है। SEOC के मुताबिक, बीते दिन यानी 14 जून की सुबह तक पिछले 24 घंटों में कई जिलों के 54 तालुकों में लगभग 10 MM से अधिक बारिश हो चुकी हैं। देवभूमि द्वारका जिले के खंभालिया तहसील में सबसे अधिक 121MM बारिश हुई, सरकार के अनुसार, NDRF (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) की 15 टीमें, SDRF (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) की 12, राज्य सड़क और भवन विभाग की 115 टीमें इसके साथ ही बिजली विभाग की 397 टीमों को अलग-अलग तटीय जिलों में तैनात किया गया है।
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