सनातन धर्म में गुरु पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है, क्योंकि भारतीय संस्कृति में गुरु को ईश्वर का स्वरूप माना जाता है। गुरु पूर्णिमा हर साल आषाढ़ मास की पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती हैं। इस दिन पूर्णिमा व्रत रखा जाता है और गुरु पूर्णिमा को लेकर यह कहा जाता है, कि इस दिन भगवान विष्णु और चंद्रदेव की पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। इसके साथ ही पवित्र नदियों में स्नान करना, दान-पुण्य के कार्यों को करना भी अत्यंत शुभ माना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल गुरु पूर्णिमा 3 जुलाई को मनाई जाएगी ।
पूर्णिमा के दिन शुभ काम –
वैसे तो गुरु पूर्णिमा के दिन अनेकों काम ऐसे हैं, जिन्हें करना बेहद शुभ माना जाता है। लेकिन ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, आषाढ़ माह की पूर्णिमा के दिन दान-पुण्य करना बेहद शुभ होता है। इस दिन को लेकर ऐसा माना जाता है कि पूर्णिमा के दिन अगर कपड़े, अनाज और फल आदि का दान किया जाएं, तो आपके ऊपर सदैव मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती हैं ।
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पूजा-अर्चना –
आषाढ़ मास की पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु का विशेष महत्व होता है, इसलिए इस दिन मंदिर में जाकर भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना और सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए ऐसा करने से आपको दीर्घायु प्राप्त होगी ।
घर में सौभाग्य-
हिंदू शास्त्रों के अनुसार, मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु को खीर अत्यंत प्रिय है। इसलिए पूर्णिमा के दिन अगर मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु को खीर का भोग लगाया जाएं, तो भगवान आपसे प्रसन्न होते हैं और आपके घर में सौभाग्य का वास होता है ।
स्वस्थ सवास्थ्य-
आषाढ़ पूर्णिमा को लेकर ऐसा माना जाता है, कि जो इस दिन व्रत करता है और रात के समय चंद्र देव की पूजा कर अपना व्रत तोड़ता है। उसके जीवन में कभी-भी बीमारियों का वास नहीं होता वह हमेशा स्वस्थ और प्रसन्न जीवन जीता है ।
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