गाजियाबाद से कानपुर जाने में सिर्फ 3:30 घंटे में सफर पूरा कराने वाले कॉरिडोर का काम अब आगे बढ़ चुका है, इसका अलाइनमेंट जुलाई में फाइनल हो जाएगा। जिस कंपनी को डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने का काम सौंपा गया है उसने अब नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) हेड क्वार्टर अलाइनमेंट को तीन ऑप्शन तैयार कर सौंप दिए हैं। NHAI के अधिकारी का कहना है कि अब इनमें से किसी एक ऑप्शन को फाइनल किया जाएगा। उनका कहना है कि इस समय भारत में एक साथ सरकार और प्रदेश सरकार के कई प्रोजेक्ट चल रहे हैं, जिस वजह अलाइनमेंट में इस बात पर ध्यान भी दिया जाएगा कि किसी प्रोजेक्ट के साथ कोई क्लैश ना हो और इससे दूसरे प्रोजेक्ट को भी लिंक किया जा सके। अलाइनमेंट फाइनल होने के बाद ही इसका डीपीआर तैयार किया जाएगा।
3.5 घंटे में गाजियाबाद से कानपुर का सफर पूरा-
ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे नीति के तहत NHAI 380 किलोमीटर लंबा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनाएगा, जो 10 जिलों से होकर गुजरने वाला है। ऐसा दावा किया जा रहा है कि इससे महेश 3.5 घंटे में गाजियाबाद से कानपुर का सफर पूरा हो जाएगा। अब गाजियाबाद से कानपुर को NH 91 जोड़ता है, जिसकी लंबाई 468 किलोमीटर है अधिकारियों का कहना है कि यह गाजियाबाद से शुरू होकर अलीगढ़, कासगंज, बुलंदपुर, एटा, फर्रुखाबाद, उन्नाव, कन्नौज की सीमा क्षेत्र से होते हुए कानपुर को जोड़ेगा। NH 91 और ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे 20 किलोमीटर दूर हैं।
अप्रूवल के बाद प्रोजेक्ट का काम शुरू-
इस प्रोजेक्ट के लिए भूमि अधिग्रहण की जरूरत कहां कहां पड़ेगी, DPR में इसकी जानकारी दी जाएगी। फिर राज्य सरकार की मदद से जमीन अधिग्रहण का काम किया पूरा किया जाएगा। डीपीआर में फाइनल किया जाएगा कि कॉरिडोर में कहां एलिवेटेड सेक्शन होगा, कहां अंडरपास बनाए जाएंगे और कहां पर एंट्री-एग्जिट दिया जाएगा। अप्रूवल के बाद ही इस प्रोजेक्ट का काम शुरू कर दिया जाएगा, गाजियाबाद से कानपुर तक का सफर हरियाली से भरा होने वाला है।
2025 तक प्रोजेक्ट पूरा करने का लक्ष्य-
NHAI के अधिकारियों का कहना है कि यह एक्सप्रेसवे 4 लेन का होने वाला है, जिसमें 90 पीस जमीन का पहले ही अधिग्रहण किया जा चुका है। सिर्फ 10 फ़ीसदी जमीन की जरूरत पड़ेगी, साल 2025 तक इस प्रोजेक्ट को पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है। इस एक्सप्रेसवे के बन जाने से प्रदेश के 2 औद्योगिक जिलों के बीच कारोबार को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही इससे हजारों लोगों के लिए रोजगार का भी इंतजाम किया जा सकेगा।
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आगामी 62.7 किलोमीटर कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे-
कॉरिडोर का उत्तरी टर्मिनल NH9 पर स्थित होगा, दक्षिण टर्मिनल कानपुर उन्नाव के बीच आगामी 62.7 किलोमीटर कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर स्थित होगा। कॉरिडोर गाजियाबाद और हापुड़ में मौजूद मेरठ एक्सप्रेसवे को जोड़ेगा, प्रोजेक्ट डायरेक्टर पीके कौशिक का कहना है कि गाजियाबाद कानपुर एक्सप्रेसवे का डीपीआर बनाने का काम शुरू किया जा चुका है।
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