किरण शर्मा
सावन के सोमवार आने का हर शिव भक्त को बेहद इंतजार रहता है। खासकर जो लोग भोले को ही अपना सब कुछ मानते है उनके लिए यह सावन का महीना अध्यात्म और ध्यान से जुड़ा होता है। इस बार सावन का महीना बेहद शुभ माना जा रहा है क्योंकि द अधिकमास के सावन का शुभ योग बन रहा है ऐसे में अगर आपने इस बार अपनी भक्ति से भोले भंडारी को मना लिया तो आपकी सारी समस्याएं दूर हो जाएंगी लेकिन ध्यान रहें, कि शिव जी के साथ माता पार्वती की पूजा करना ना भूलें। इसके अलावा शिव दरबार की पूजा करना भी बेहद फलदायक साबित हो सकता है तो चलिए अब आपको बताते हैं, कि अधिकमास के सोमवार के व्रत कैसे रखें-
कैसे रखें व्रत-
अधिक मास के सावन में सोमवार के व्रत भी अधिक है तो इनका फल भी आपको 10 गुना ज्यादा मिलेगा। अधिकमास के स्वामी भगवान विष्णु मानें जाते हैं इसलिए अगर आप इस बार के सावन में भगवान शिव के साथ विष्णु जी की भी पूजा करें तो आपके बिगड़ें काम बन जाएंगे। इसके अलावा पूजा-पाठ करते समय अपने मन में नकारात्मक विचार ना रखें। केवल मन में भगवान का स्मरण करें आपकी मनोकामनाएं जरूर पूरी होंगी। इसके अलावा आपको व्रत के दौरान किन चीजों का ध्यान रखना है आइए जानते हैं-
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1- सुबह सूर्य उदय के समय उठकर सबसे पहले स्नान करें।
2- सोमवार के दिन मंदिर जाकर शिव परिवार के दर्शन करें।
3- शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाकर दूध से अभिषेक करें।
4- सारा दिन उपवास रखने के बाद शाम को मीठे से भोजन करें।
5- अगले दिन भगवान शिव की पूजा करने के बाद अपना व्रत खोल लें।
कितने हैं सोमवार के व्रत-
सावन का पहला सोमवार- 10 जुलाई
दूसरा सोमवार- 17 जुलाई
तीसरा सोमवार- 24 जुलाई
चौथा सोमवार- 31 जुलाई
पांचवा सोमवार- 7 अगस्त
छठा सोमवार- 14 अगस्त
सातवा सोमवार- 21 अगस्त
आठवां सोमवार- 28 अगस्त
इस बार 8 सोमवार के व्रत हैं जिनमें से चार व्रत मान्य नहीं है क्योंकि वह व्रत मलमास के बीच के काल में आएंगे। जिनके अनुसार 24 जुलाई, 31 जुलाई, 7 अगस्त, 14 अगस्त के व्रत मान्य नहीं है।
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