सनातन धर्म में सावन का महीना बहुत ही पवित्र माना जाता है। सावन के महीने में विशेषकर भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए उनकी पूजा-अर्चना व्रत और जल अभिषेक किया जाता है। सावन के महीने में सोमवार के दिन को भोलेनाथ का दिन माना जाता है। लोगों की मान्यता है, कि अगर सावन के सोमवार के दिन भगवान भोलेनाथ का व्रत कर उनका जलाभिषेक किया जाए तो सभी मनोकामनाएं पूरी होती है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें, कि इस बार सावन महीने की शुरूआत 4 जुलाई से होकर 31 अगस्त तक रहेगी। सावन के महीने के दौरान 18 जुलाई से 16 अगस्त के बीच अधिक मास रहेगा। अधिकमास को लेकर अब भक्त इस दुविधा में है, कि अगर अधिकमास के दौरान पड़ने वाले सोमवार का व्रत करते हैं, तो क्या वह व्रत मान्य होगा या नहीं।
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अधिकमास का सोमवार होगा मान्य-
इस साल सावन माह में कुल 8 सावन सोमवार पड़ेंगे, जिसमें 4 व्रत सावन के और 4 अधिक मास में रहेंगे। भले ही अधिकमास के दौरान किसी शुभ कार्य या मांगलिक कार्य को करना वर्जित है। लेकिन पूजा-पाठ, उपासना, जप-तप जैसे कर्म करनाश्रेष्ठ माना जाता है। माना जाता है कि अधिक मास के दौरान उपवास, जप-तप और पूजा पाठ करने से उसका फल दुगना हो जाता है। इसी कड़ी में अधिक मास के दौरान सावन में पड़ने वाले सोमवार व्रत मान्य होंगे।
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