केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में इथेनॉल से चलने वाली टोयोटा इनोवा को लांच की है। यह देश की पहली ऐसी कर होगी जो पूरी तरह से एथेनॉल पर चलने वाली है। इसका सबसे बड़ा फायदा कम पॉल्यूशन और सस्ता ईंधन होगा। वहीं एथेनॉल का इस्तेमाल किसानों के आय में भी इजाफा करेगा। लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या इस फ्यूल से पुरानी पेट्रोल या डीजल की कारों को भी चलाया जा सकेगा या इसके लिए आपको नहीं कर ही खरीदनी पड़ेगी। वहीं अभी इथेनॉल की फीलिंग को लेकर भी कोई सही तस्वीर सामने नहीं आ रही। हालांकि लंबे समय से पेट्रोल के साथ एथेनॉल को मिक्स किया जा रहा है और यही फ्यूल आप अपनी कार में भी भरवाते हैं। लेकिन अभी पूरी तरह से एथेनॉल को भरने वाले पंप मौजूद नहीं है।
पेट्रोल के साथ सरकार इथेनॉल की मात्रा को बढ़ाने की बात पर जरूर ध्यान दे रही है। लेकिन अभी तक पूरे इथेनॉल की फीलिंग को लेकर पंप मौजूद नहीं। जिन लोगों ने हाल ही में पेट्रोल या डीजल कार को खरीदा है या पहले से ऐसी कर चलाते आ रहे हैं। उनके लिए यह नया इंधन कितना फायदेमंद होने वाला है। क्या वह कार को इस फ्यूल पर चला सकेंगे या और ऐसा करने के लिए उन्हें अपनी कार में कोई बदलाव करवाने की जरूरत है या नहीं। इन सभी सवालों का जवाब हम आपको इस लेख में देने वाले हैं-
पेट्रोल कारों को एथेनॉल के साथ-
सिर्फ पेट्रोल कारों को भी एथेनॉल पर चलाया जा सकता है। इस फ्यूल पर डीजल कारों को नहीं चलाया जा सकता। क्योंकि डीजल कारों का इंजन पूरी तरह से अलग होता है। इसलिए इसे किसी अन्य फ्यूल पर चलना पॉसिबल नहीं होगा। हालांकि पेट्रोल कारों को एथेनॉल के साथ चलाया जा सकता है। लेकिन इसमें भी एक पेच है जिसे समझना बहुत जरूरी है। पुरानी कारों को इथेनॉल से चलाने के लिए अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं है। हालांकि सामान्य कार में 20% से ज्यादा इथेनॉल नहीं मिलाया जा सकता। फिलहाल पुरानी कार के लिए कोई नया किट या फिल्टर भी अभी तक बाजार में नहीं आया है। ऐसे में पुरानी पेट्रोल कार को एथेनॉल पर चलाना नुकसानदायक हो सकता है।
फ्यूल एफिशिएंसी-
यह फ्यूल इंजन के साथ ही कई और पार्ट्स को खराब कर सकता है। इथेनॉल एक एडिटिव के तौर पर फिलहाल पेट्रोल के साथ मिला कर दिया जा रहा है। इससे कार की फ्यूल एफिशिएंसी बढ़ने के साथ ही पॉल्यूशन भी काम होगा। वहीं अमेरिका में एथेनॉल काफी प्रचलन में आ गया है और वहां पर कई कंपनी एथेनॉल बेस्ड कारों का प्रोडक्शन भी करने लगी हैं। लेकिन इंडिया में अभी तक इस फ्यूल को लेकर पूरी तरह से कोई स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है।
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पेट्रोल की कीमत से आधी भी नहीं-
इथेनॉल डीजल और पेट्रोल के मुकाबले में सस्ता होता है और इस पर कार का माइलेज भी काफी बेहतर होता है। इथेनॉल की प्रति लीटर कीमत 45 से 50 रुपए के बीच रहने की उम्मीद जताई जा रही है। जबकि ये पेट्रोल की कीमत से आधी भी नहीं है। वहीं पेट्रोल की बात की जाए तो अगर आपकी कार 20 किलोमीटर प्रति लीटर का पेट्रोल पर माइलेज देती है तो यह एथेनॉल पर 22 से 25 किलोमीटर प्रति लीटर का एवरेज देगी। हालांकि सीएनजी की तरह ही एथेनॉल पर पेट्रोल के मुकाबले इंजन की पावर कुछ कम मिलेगी।
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