Google Chrome यूजर्स और माइक्रोसॉफ्ट एज ब्राउजर में एक बग के बारे में चेतावनी जारी करते हुए भारत सरकार ने अलर्ट जारी किया है। यह बग यूजर्स की प्राइवेट डाटा को चुरा सकता है। Cert-in ब्राउज़र में कुछ महत्वपूर्ण कमजोरी को पाया है, जिससे हैकर्स आपके प्राइवेट डाटा हासिल कर सकते हैं। Cert-in वेबसाइट के मुताबिक, इस वक्त से अटैकर्स ब्राउज़र में कंट्रोल पा सकते हैं और टारगेट सिस्टम में मनमानी ढंग से कोड डाला जा सकता है।
माइक्रोसॉफ्ट एज ब्राउजर के यूजर्स के लिए भी समान चेतावनी-
माइक्रोसॉफ्ट एज ब्राउजर के यूजर्स के लिए भी समान चेतावनी जारी की है। इसमें भी एक हाई रिस्क वाले बग की चर्चा की गई है और सभी यूजर्स को सिक्योरिटी अपडेट करने की सलाह दी गई है। उसके मुताबिक जो व्यक्ति लाइनेक्स और मैक से पहले से पहले गूगल क्रोम वर्जन का इस्तेमाल कर रहा है। उससे यूजर्स को खतरा हो सकता है।
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माइक्रोसॉफ्ट ई ब्राउज़र वर्जन-
समान रूप से पुराने माइक्रोसॉफ्ट ई ब्राउज़र वर्जन का इस्तेमाल कर यूजर्स के प्रभावित होने का खतरा है। गूगल क्रोम और माइक्रोसॉफ्ट ब्राउज़र में दो गंभीर सुरक्षा कमजोरी की पहचान की गई है। जिसमें साइड पैनल मीडिया, स्क्रीन मीडिया कैप्चरऑटो फिल और वेब ब्राउज़र यूआई में पाए गई है। एक हैकर इन कमजोरी का फायदा उठा सकता है। अगर हैकर सफल हो जाता है तो वह आपके प्राइवेट डाटा को चुरा सकता है और ब्राउज़र पर कंट्रोल सिस्टम मनमाने ढंग से चला सकता है।
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