Akhilesh Yadav: बुधवार को विधानसभा में बजट सत्र के दौरान नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने सरकार को घेरने की कोशिश की। बेरोजगारी, क्राइम और किसानों को लेकर सरकार पर जमकर निशाना साधा। 1 घंटे से ज्यादा के समय तक अखिलेश यादव ने सदन में अपना संबोधन किया और उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार न्यूज़ को कंट्रोल करती है और अपराध कंट्रोल नहीं कर रही है। जिसका परिणाम यह है कि लॉ एंड ऑर्डर में लॉ अलग चल रहा है। ऑर्डर अलग चल रहा है जहां बीजेपी सरकार के नेता शामिल है। वहां क्या हो रहा है। उन्होंने कहा कि इतना करप्शन, कभी नहीं हुआ, जीरो टॉलरेंस जीरो हो गया है।
अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बना दिए-
किसी भी सदस्य से पूछ लीजिए सरकार कह रही है कि जाने कितने अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बना दिए हैं। मुरादाबाद ,आजमगढ़, चित्रकूट, कुशीनगर, यह सारे समाजवादियों के बने हुए हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि जो सरकार एक बिलियन सत्य बातें कहने के बाद भी एक ट्रिलियन डॉलर इकोनामी तक नहीं पहुंची है। सरकारी आंकड़ों में बताया गया है कि सरकार कहाँ-कहाँ नंबर एक हो गई है। जबकि सच्चाई सबके सामने ज्यादा कार्यवाही, डीजीपी बनाने में नंबर वन है, पशुओं से दुर्घटना, झूठे प्रचार करने में नंबर वन, दलित का हक मारने में नंबर वन, अपनों को नौकरी में नंबर वन और भू माफिया को संरक्षण देने में नंबर वन पर है।
महिलाओं के साथ दुष्कर्म-
अखिलेश ने आगे कहा कि आप कहते हैं कि महिलाओं के साथ दुष्कर्म नहीं होते। बदमाश अगले चौराहे पर मार दिए जाते हैं। बीएचयू में देखा क्या हुआ है जो पकड़े गए वह सभी बीजेपी आईटी सेल के मेंबर हैं और मुझे याद है कि कानपुर में एक मां बेटी पर बुलडोजर चलाया गया था। उन्हें जिंदा भी जला दिया गया, जब बेटा न्याय मांगने गया तो उसके कपड़े उतरवा दिए। यूपी में जब से बीजेपी सरकार बनी है, तब से नया आईआईटी नहीं आया ना ही आईआईएम बना।
1000 एकड़ में 123000 पेड़-
सरकार पेड़ों को लगाने की बहुत बड़ी गिनती बताती है और अगर अध्यक्ष महोदय जोड़े तो 100 करोड़ से भी ज्यादा पेड़ लगा दिए गए होंगे। इतनी जमीन नहीं है, 1000 एकड़ में 123000 पेड़ लगाते हैं, तो बताइए कि एक करोड़ पेड़ों के लिए कितने एकड़ जमीन लगेगी। एक लाइन सफारी इन्होने बनाई है, वहां इतनी देखभाल हो रही है कि 16 जानवर वहां मर चुके हैं। बजट को लेकर अखिलेश यादव ने सरकार से पूछा कि विश्वविद्यालय में पीडीए कहां है वहां पर जॉब में पीडीए कहां है, महिला आयोग में पीडीए कितना है और एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में पीडीए कहां है, फिर पीडीए जाएगा कहां।
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पीडीए कहां-
भारतीयों में पीडीए सिर्फ तीन प्रतिशत है और फिर भी पीडीए जाएगा कहां। सरकार विश्वविद्यालय के बारे में बता रही है कि ए प्लस मिला है। उन्होंने कहा कि सरकार यह बताए कि उसमें पीडीए को कुछ मिल रहा है कि नहीं। इन यूनिवर्सिटी में पीडीए के लिए क्या है। अखिलेश का कहना है कि सरकार कहती है सबका साथ सबका विकास। लेकिन सबका विकास सरकार नहीं चाहती। सबको साथ लाने के लिए सामाजिक न्याय के रास्ते पर चलना होगा, जो कि बिना जातिगत जनगणना के संभव नहीं है और अगर सबका साथ है तो पीडीए के साथ भेदभाव क्यों हो रहा है।
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