Navratri 2024: चैत्र नवरात्रि का त्योहार शुरू हो चुका है और यह 17 अप्रैल तक चलेगा। नवरात्रि के पर्व में माता दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा होती है। नवरात्रि में देवी मंदिरों के दर्शन के लिए भी भक्त जाते हैं। वैसे भारत में 52 शक्तिपीठ कई प्राचीन देवी मंदिर हैं, जम्मू कश्मीर में वैष्णो देवी धाम से लेकर असम में कामाख्या मंदिर भी है। हालांकि मंदिर में दर्शन के लिए ज्यादा छुट्टियां नहीं है, तो आप अपने शहर के आसपास ही मंदिरों में जा सकते हैं। अगर आप दिल्ली एनसीआर के रहने वाले हैं, तो यहां पर बहुत से प्राचीन मंदिर मौजूद हैं। जहां पर आप देवी के दर्शन के लिए जा सकते हैं, दिल्ली एनसीआर में कालका जी मंदिर, शीतला माता मंदिर आदि आते हैं। आईए उनके बारे में विस्तार से जानते हैं।
शीतला माता का पावन मंदिर-
गुरुग्राम में शीतला माता का पावन मंदिर मौजूद है। यह दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट से 16-17 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद है। इस मंदिर का इतिहास महाभारत काल से जुड़ा हुआ है। ऐसा माना जाता है यहां दूर-दूर से भक्त माता के दर्शन और पूजा के लिए आते हैं। उन्हें सुख सौभाग्य आरोग्य का आशीर्वाद मिलता है। नवरात्रि के अष्टमी तिथि के मौके पर शीतला माता के दर्शन का विशेष महत्व माना गया है।
फरीदाबाद में पथवारी देवी मंदिर-
हरियाणा के फरीदाबाद में भी पथवारी देवी का मंदिर मौजूद है। इस मंदिर का इतिहास लगभग 400 साल पुराना है। पथवारी देवी ने एक भक्त को सपने में दर्शन दिया और पीपल के पेड़ के नीचे मूर्ति बनाकर पूजन करने और विशेष रूप से पंखा चढ़ाने के लिए कहा भक्त ने इसी विधि से पूजा की और क्षेत्र में महामारी खत्म हो गई। इस मंदिर में देवी के पिंडी स्वरूप के दर्शन होते हैं।
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कालका जी मंदिर-
इसके साथ ही दिल्ली के नेहरू प्लेस में भी कालका जी मंदिर मौजूद है, जो काफी फेमस भी है। इस मंदिर में मौजूद पावन पीठ को पांडव कालीन माता कहा जाता है। महाभारत से पांडवों ने इसी मंदिर में देवी की पूजा की थी। इसके बाद उन्होंने माता से वरदान मांगा था, देवी का यह मंदिर सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण के समय भी खुला रहता है।
झंडेवाली मंदिर-
दिल्ली के करोल बाग में माता झंडेवाली मंदिर मौजूद है। नवरात्रि के अलावा पूरे साल भक्तों की भीड़ यहां बनी रहती है। माता के दर्शन के लिए गर्भ ग्रह के साश-साथ परिसर में भी मूर्ति मौजूद है। हलांकि गर्भ ग्रह में माता की प्राचीन मूर्ति और परिसर में माता रानी की नई मुर्ति मौजूद है।
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