रविवार को अयोध्या में हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी रैली में इकबाल अंसारी भी बीजेपी का समर्थन करते रैली में नजर आए। अंसारी राम मंदिर और बाबरी मस्जिद विवाद में मस्जिद की तरफ से मुख्य याचिकाकर्ता रहे हैं। उनका कहना है कि वह चाहते नरेंद्र मोदी एक बार फिर से देश के प्रधानमंत्री बने। एक्स पर पोस्ट में लिखते हुए इकबाल अंसारी ने कहा कि पीएम मोदी भाग्यशाली हैं, कि उनका चुनाव राम की नगरी से शुरू होने वाला है। उनका दस 10 साल का पीएम पद का कार्यकाल बहुत अच्छा रहा है। हम उनके अयोध्या आगमन से बहुत खुश हैं। मैं चाहता हूं कि वह एक बार फिर से प्रधानमंत्री बने। 2024 के लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी के लिए उन्होंने अपना समर्थन दिया है और कहा कि वह चाहते हैं कि नरेंद्र मोदी फिर से प्रधानमंत्री बने।
10 साल के कार्यकाल पर संतोष-
बाबरी मस्जिद के मुख्य याचिकाकर्ता इक़बाल अंसारी ने पीएम मोदी के पिछले 10 सालों के कार्यकाल पर संतोष जताया। उन्होंने तीसरे काल में पीएम मोदी के जीत पर भरोसा जताते हुए कहा कि मुझे यकीन है कि भाजपा सरकार तीसरी बार सत्ता में आएगी। क्योंकि बहुत सारे लोग ऐसा ही उम्मीद कर रहे हैं। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पिछले कार्यकाल में देश की जनता के लिए बहुत कुछ किया है। देश की जनता के लिए उनका कार्यकाल लाभकारी रहा है। रिपोर्ट लाइव मीन्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, अंसारी का कहना है कि मोदी ने बहुत से लोगों की सहायता की है और उन्हें रोजगार के अवसर भी दिए हैं। जिससे लोगों के प्रति बिना किसी भेदभाव के देश का विकास हुआ है।
इक़बाल अंसारी ने क्यों दिया बीजेपी को समर्थन-
राम जन्मभूमि विवाद मामले के पूर्व वादी अंसारी को जनवरी 2022 को राम मंदिर के अभिषेक समारोह का निमंत्रण दिया गया था। 30 दिसंबर को अंसारी उन लोगों में शामिल हुए थे, जो की एक रेलवे स्टेशन और हवाई अड्डे के उद्घाटन के दौरान अयोध्या में पीएम मोदी के स्वागत के लिए जुटे थे। जब अयोध्या में उनसे प्रश्न पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह धार्मिक महत्व का शहर है। भगवान राम की नगरी में बहुत से दल और लोग आ रहे हैं। यहां सब कुछ शुभ है और हर किसी को अयोध्या जाना चाहिए और अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी यहां आ रहे हैं, तो यह बहुत अच्छी बात है।
भूमि पूजन समारोह-
अंसारी के हवाले से कहा जा रहा है कि पीएम मोदी के शासन से देश के शहरों में माहौल काफी बेहतर हो गया है और उनके शासन में देश का विकास हुआ है। अंसारी को राम मंदिर के भूमि पूजन समारोह में अगस्त 2020 का भी निमंत्रण मिला था। भूमि पूजन समारोह के दौरान उन्होंने कहा था कि अयोध्या में गंगा-जमुनी-तहजीब है और यहां सभी धर्मों का समान रूप से सम्मान होता है। शायद यह भगवान राम की इच्छा थी, इसलिए मुझे इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया।
ये भी पढ़ें- ED ने दिल्ली शराब घोटाले में की एक और गिरफ्तारी, यहां जाने डिटेल
मुसलमान और हिंदुओं में कोई अंतर नहीं-
अयोध्या में रहने वाले मुसलमान और हिंदुओं में कोई भी अंतर नहीं है। मामला सुप्रीम कोर्ट ने सुलझा लिया है। साल 2016 में भूमि विवाद मामले में इकबाल अंसारी के पिता हाशिम अंसारी के निधन के बाद से इकबाल ने अदालत के मामले को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी संभाली और बाबरी मस्जिद के मुख्य याचिकाकर्ता बने । ध्यान देने वाली बात यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को अयोध्या पहुंचे और वहां पर रामलाल के दर्शन किए। इसके बाद उन्होंने एक रोड शो निकला, वह लगभग 2 घंटे तक अयोध्या में रहे।
ये भी पढ़ें- Helicopter Crash: महाराष्ट्र में सुषमा अंधारे को लेने पहुंचा हेलीकॉप्टर कैसे हुआ क्रैश, यहां जानें कारण