जूली चौरसिया
BJP: इस समया बीजेपी के बड़े-बड़े नेता बगावत कर रहे हैं, सूत्रों के हवाले से यह कहा जा रहा है कि इस समय बीजेपी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। पिछले कुछ दिनों से मामला बढ़ता हुआ नज़र आ रहा है और यह बगावत राजस्थान से लेकर गुजरात तक बहुत से राज्यों में देखने को मिल रही है। हाल ही में राजस्थान के सिनियर कैबिनेट मिनिस्टस किरड़ी लाल मीना जो कई बार विधायक बन चुके हैं और जिनका सपना मंत्री बनने का था, ने इस्तीफा दे दिया। सूत्रों के हवाले से यह कहा जा रहा है कि राजसिथान में बीजेपी में हड़कंप मचा हुआ है।
वसुंधरा राजे पहले से ही बगावत पर-
इसका सबसे बड़ा कारण वसुंधरा राजेजो पहले से ही बगावत पर हैं। सिर्फ राजस्थान ही एक ऐसा राज्य नहीं है, अगर हम महाराष्ट्र की बात करें, तो वहां भी अंदर ही अंदर बगावत है, जिसके चलते डिप्डी चीफ मिनिस्टर ने हार के बाद इस्तीफा दे दिया। हालांकि पीएम मोदी ने उनके इस्तीफे को स्वीकार नहीं किया। इसके अलावा गुजरात की बात की जाए जो वहां भी बीजेपी में कुछ ठीक नहीं चल रहा है। ग्राउंड रिपोर्ट की बात की जाए तो इस बार बीजोपी गुजरात में 3 से 4 सीटें हारने वाली थी, हालांकि एक ही सीट बीजेपी के हाथ से गई।
गुजरात में हराएंगे-
गुजरात में बीजेपी के इन हालातों के चलते ही संसद में राहुल गांधी ने बीजेपी से कहा कि इस बार वह उन्हें गुजरात में हराएंगे। इसके अलावा हरियाणा के हालात भी ठीक नहीं है। वहीं उत्तर प्रदेश में तो योगी और अमित शाह के बीच कोल्ड वॉर चल रही है। सूत्रों के हवाले से यह कहा जा रहा है कि इस समय बीजेपी में मत्री बटे हुए हैं, कैबिनेट भी बटी हुई है। यह सब साल 2024 के चुनाव में कई राज्यों में हार के बाद हो रहा है। इसके साथ ही ऐसा पहली बार हुआ था, जब RSS के चीफ मोहन भागवत ने चुनाव को लेकर आगे आकर कुछ कहा। उन्होंने किसी का नाम लिए बिना ही सरकार के बारे में कहा कि घमंड से जीत नहीं मिलती है, चुनाव की मर्यादा होती है।
बहुत सी चुनौतियां-
इस बार चुनाव के बाद बीजेपी को बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा है और आगे भी ऐसा हो सकता है। एक ओर बीजेपी के सामने एक मज़बूत विपक्ष खड़ा है, तो दूसरी ओर बीजेपी के अंदर ही बगावत का धुआं उठ रहा है। अब सवाल यह उठता है कि क्या बीजेपी के लिए उसके अंदर उठ रही बगावत ही, उसके लिए सबसे बड़ी चुनौती बन जाएगी। विशेषज्ञों का कहना है कि इस समय बीजेपी के कई लोगों में नाराज़गी है और अगर बीजेपी विधान सभा चुनाव इन जगह (राजस्थान, गुजरात, हरियाणा और माहाराष्ट्र) में चुनाव हार जाती है तो उसके लिए यह बहुत मुश्किल होने वाली है।
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संघ बीजेपी से नाराज़-
इस समय संघ बीजेपी से नाराज़ चल रहा है क्योंकि बीजेपी ने बहुत से ऐसे नियम बदले हैं जो उन्हें सही नहीं लगे। उदारण के तौर पर बीजेपी का अध्यक्ष चुनाव लड़कर नहीं आता है। पार्लियामेंट्री बोर्ड भाजपा का अध्यक्ष नियुक्त करेगा। भाजपा ने संविधान में बदलाव किया है जिसके मुताबिक अब बीजेपी का अध्यक्ष पार्लियामेंट्री बोर्ड तय करेगा। ऐसे बहुत से बदलाव हैं जिससे संगठन खुश नहीं है। वहीं इस बार बीजेपी की सरकार गठबंधन पर टिकी हुई है, बस जरा से सांसद इधर-उधर हुए तो सरकार गिर बी सकती है, क्योंकि नीतीश और नायडु का इतिहास गठबंधन के साथ कुछा खासा नहीं है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार की बीजेपी सरकार अपना कार्यकाल पूरा ही नहीं कर पाएगी।
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