क्या आपने कभी सोचा है कि आपके दादी-नानी के ज़माने का वो पीला धातु एक दिन इतना कीमती हो जाएगा? जी हां, हम बात कर रहे हैं सोने की। पिछले कुछ सालों में सोने की कीमतों ने ऐसी छलांग लगाई है कि हर किसी की नज़र इस चमकती धातु पर टिकी हुई है। आइए जानते हैं कि आने वाले समय में सोने की कीमत कहां तक जा सकती है और क्या यह फिर से ₹75,000 प्रति 10 ग्राम के मुकाम को छू सकता है।
मार्केट के रुझान: क्या कहते हैं आंकड़े?
बुधवार को Multi Commodity Exchange पर सोने के अक्टूबर डिलीवरी वाले कॉन्ट्रैक्ट्स में ₹76 की बढ़ोतरी देखी गई। यह 0.11% की वृद्धि के साथ ₹70,775 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। इस तरह की हलचल बताती है कि निवेशकों का रुझान सोने की ओर बढ़ रहा है।
मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वीपी कमोडिटीज राहुल कलंत्री का मानना है कि सोने की कीमत जल्द ही ₹75,000 के आंकड़े को पार कर सकती है। उनके अनुसार, “मौजूदा सभी कारक सोने की कीमतों में तेज उछाल की ओर इशारा कर रहे हैं।”
वैश्विक परिदृश्य: क्या है इंटरनेशनल मार्केट का हाल?
इस साल जुलाई में, अंतरराष्ट्रीय स्पॉट गोल्ड मार्केट में सोने ने $2,480 प्रति औंस का रिकॉर्ड हाई छुआ था। इसका सीधा असर भारतीय बाजार पर भी पड़ा और यहां कीमतें ₹75,000 प्रति 10 ग्राम से ऊपर चली गईं। हालांकि, बजट की घोषणा के दिन 23 जुलाई को, कस्टम ड्यूटी में कटौती के कारण MCX पर सोने की कीमतों में ₹4,000 से ज्यादा की गिरावट आई और यह लगभग ₹68,500 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया।
क्या फिर से छूएगा ₹75,000 का मुकाम?
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के कमोडिटीज हेड हरीश वी. का कहना है, “भारतीय सोने की कीमतें विदेशी बाजार से काफी प्रभावित होती हैं। भू-राजनीतिक तनाव, अमेरिकी नीतिगत फैसले, डॉलर का प्रदर्शन, केंद्रीय बैंकों की खरीदारी और वैश्विक विकास का नजरिया – ये सभी कारक भविष्य में कीमतों को प्रभावित करेंगे।”
उन्होंने आगे कहा, “इसके अलावा, भारतीय रुपये का प्रदर्शन और घरेलू मांग में उतार-चढ़ाव भी स्थानीय सोने की कीमतों को प्रभावित कर सकते हैं।”
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निवेशकों के लिए सुनहरा मौका?
एक्सपर्ट्स का मानना है कि सोने का आउटलुक पॉजिटिव बना हुआ है, हालांकि अस्थिरता बढ़ रही है। अगर फेडरल रिजर्व 50 बेसिस पॉइंट की कटौती करता है, तो मेटल्स मार्केट में बड़ी तेजी देखने को मिल सकती है।
भू-राजनीतिक मोर्चे पर, मध्य-पूर्व में बढ़ते तनाव भी सोने की कीमतों को सपोर्ट कर रहे हैं। अमेरिकी 10-साल के ट्रेजरी यील्ड में गिरावट और डॉलर के कमजोर होने से भी सोने की चमक बढ़ रही है। इसके अलावा, केंद्रीय बैंक डॉलर रिजर्व को सोने में शिफ्ट कर रहे हैं, जो कीमतों को और ऊपर धकेल रहा है।
निवेशकों के लिए सलाह-
अगर आप सोने में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो यह एक अच्छा समय हो सकता है। हालांकि, याद रखें कि हर निवेश में जोखिम होता है। अपने वित्तीय सलाहकार से बात करके ही कोई बड़ा फैसला लें।
अंत में, सोने की चमक हमेशा से भारतीयों को आकर्षित करती रही है। चाहे शादी हो या त्योहार, सोना हमारी संस्कृति का अहम हिस्सा है। लेकिन आज के समय में यह सिर्फ गहने नहीं, बल्कि एक मजबूत निवेश विकल्प भी बन गया है। तो क्या आप तैयार हैं इस सुनहरे भविष्य के लिए?
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