Jharkhand Politics: इस समय झारखंड पोलिटिक्स में उथल-पुथल देखने को मिल रही है। इसी बीच झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है, कि विपक्षी पार्टी विधायकों की खरीद-फरोख्त कर रही है। चंपई सोरेन को लेकर हो रही राजनीति के बीच यह बयान आया है, जिन्होंने राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी है। सीएम सोरेन ने आरोप लगाया कि बीजेपी लोकतंत्र की नींव को कमजोर करने के लिए विधायक खरीदने और बेचने का खेल खेल रही है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रांची में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, कि “राजनेताओं को देर नहीं लगती, वह सत्ता की भूख में इतनी गिरावट दिखाते हैं, कि विधायक खरीदने और बेचने का खेल शुरू कर देते हैं।
लोकतंत्र को कमजोर (Jharkhand Politics)-
बीजेपी का यह नया तरीका राज्य में राजनीतिक नैतिकता का उल्लंघन कर रहा है और लोकतंत्र को कमजोर कर रहा है।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी चंपई सोरेन के नाम को मुद्दा बनाकर अपनी राजनीतिक चालें चल रही हैं। चंपई सोरेन जो कि आदिवासी समुदाय के एक प्रमुख नेता हैं और झारखंड की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, उनके नाम से जुड़ी चर्चाओं और विवादों ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। चंपई सोरेन के साथ हाल ही में कुछ मुद्दे सामने आए हैं, जिनमें आरोप लगाया गया है कि उन्हें बीजेपी और अन्य विपक्षी दलों के द्वारा अपने फायदे के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।
सीएम सोरेन ने कहा-
सीएम सोरेन ने कहा कि बीजेपी ने चंपई सोरेन को मुद्दा बनाकर और उनके नाम को विवादों में डालकर सत्ता में अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश की है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी के नेता विधायकों को लुभाने और उन्हें खरीदने की कोशिश कर रही है, जिससे उनकी पार्टी को राज्य में राजनीतिक लाभ मिल सके।बीजेपी ने मुख्यमंत्री सोरेन के आरोपों का खंडन किया है। पार्टी के प्रवक्ता ने कहा, “यह आरोप पूरी तरह से निराधार हैं और झारखंड सरकार अपनी नाकामी और विफलताओं को छुपाने के लिए ऐसी बेबुनियाद बातें कर रही है। हमारी पार्टी किसी भी प्रकार की खरीद-फरोख्त में शामिल नहीं है और हम इस तरह के आरोपों को पूरी तरह से नकारते हैं।”
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राजनीतिक सनसनी फैलाने की कोशिश-
बीजेपी ने इसे सिर्फ राजनीतिक सनसनी फैलाने की कोशिश करार दिया और कहा कि सरकार जनता का असली मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए ऐसे विवादों को हवा दे रही है। झारखंड में इस समय राजनीतिक माहौल बहुत गर्म है और दोनों पक्षों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर लगातार जारी है। सीएम सोरेन ने भी दावा किया कि उनकी सरकार इस नकारात्मक राजनीति का विरोध करती है और वे विश्वास रखते हैं कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए सच्चाई सामने आएगी। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस विवाद के परिणामस्वरूप राज्य की राजनीति में क्या बदलाव आएंगे और जनता इस सियासी खेल को किस नज़रिए से देखेगी।
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