Robert Vadra: कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा ने बीजेपी सांसद और फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत की किसानों के विरोध-प्रदर्शन पर की गई, हालिया टिप्पणी की कड़ी निंदा की है। शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए वाड्रा ने कंगना रनौत की संसद सदस्यता पर सवाल उठाया और कहा कि उनकी टिप्पणियाँ पूरी तरह से अनुपयुक्त हैं और उन्हें संसद में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। वाड्रा ने यह भी जोड़ा, ‘‘हालांकि मैं कंगना रनौत को एक महिला के रूप में सम्मानित करता हूँ, लेकिन मेरा मानना है कि वह संसद की सदस्य बनने के योग्य नहीं हैं।’’
महिलाओं की सुरक्षा-
उनकी शिक्षा और सोच दोनों ही समाज के मुद्दों को समझने में पूरी तरह से विफल हैं। उनका रवैया है कि वह सिर्फ अपने बारे में सोचती हैं, जो बिल्कुल गलत है। महिलाओं की सुरक्षा और समाज की भलाई पर उनका ध्यान नहीं है। मुझे लगता है कि हमें एकजुट होकर महिला सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर काम करना चाहिए।’’ वाड्रा ने महिला सुरक्षा को सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा बताते हुए, सभी राजनीतिक दलों से अपील की कि वह इस विषय पर एक साथ आकर समाधान तलाशें। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि राजनीतिक मतभेदों को एक तरफ रखते हुए समाज के हर वर्ग को महिला सुरक्षा और सामाजिक न्याय के लिए काम करना चाहिए।
कंगना रनौत के विवादित बयान-
कंगना रनौत ने हाल ही में एक इंटरव्यू में किसानों के विरोध-प्रदर्शन के बारे में बयान दिया था। उन्होंने कहा था, कि अगर सरकार ने कृषि कानूनों को निरस्त नहीं किया होता, तो भारत में बांग्लादेश जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती थी। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि किसान आंदोलन के दौरान लाशें लटक रही थीं और बलात्कार की घटनाएं हो रही थीं। कंगना के इस बयान के बाद देशभर में विरोध और आलोचना का एक नया दौर शुरू हो गया है।
उनके बयान की तीखी आलोचना कांग्रेस सहित विभिन्न राजनीतिक दलों ने की है। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि कंगना रनौत के बयान ने किसानों के आंदोलन और उनकी समस्याओं को पूरी तरह से नजरअंदाज किया है। कांग्रेस प्रवक्ताओं ने कंगना के बयान को नफरत फैलाने वाला और विभाजनकारी करार दिया है।
शिरोमणी अकाली दल-
कंगना रनौत के विवादित बयान पर शिरोमणी अकाली दल के पूर्व सांसद सिमरनजीत सिंह मान ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि ‘‘मैं यह नहीं कहना चाहता, लेकिन कंगना रनौत को बलात्कार का बहुत अनुभव है। आप उनसे पूछ सकते हैं कि बलात्कार कैसे होता है ताकि लोग समझ सकें कि यह कितना गंभीर मुद्दा है।’’ सिमरनजीत सिंह मान के इस बयान ने भी विवाद को और बढ़ा दिया है और कंगना के खिलाफ बढ़ती आलोचनाओं में इजाफा किया है।
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आंदोलन और महिला सुरक्षा-
कंगना रनौत के बयान ने न केवल राजनीतिक दलों में बल्कि समाज के अलग-अलग वर्गों में भी गहरा असंतोष पैदा किया है। किसान आंदोलन और महिला सुरक्षा जैसे मुद्दों पर देशभर में चल रही बहस ने इस बात को और स्पष्ट कर दिया है कि भारत में सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर विभिन्न दृष्टिकोणों को समझने की ज़रुरत है। यह बहस सिर्फ राजनीतिक दलों के बीच ही नहीं, बल्कि आम जनता के बीच भी चल रही है। वाड्रा के बयान ने इस बहस को और गरमा दिया है।
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