Haryana: हरियाणा में विधानसभा चुनाव हो चुके हैं और अब इनके नतीजा भी 8 अक्टूबर को आने वाले हैं। हरियाणा विधानसभा चुनाव में मतदान के बाद सामने आए, एग्ज़िट पोल में कांग्रेस की बड़ी जीत का दावा किया जा रहा है। वहीं तमाम एग्जिट पोल ने कांग्रेस की सीटों की संख्या 50 के आसपास बताई जा रही है। हालांकि हरियाणा में बहुमत के लिए जरूरी आंकड़ा 46 का है। ऐसे में कांग्रेस नेताओं के हौसले बुलंद हो चुके हैं। वहीं अब सीएम पद को लेकर भी लॉबिंग की शुरुआत हो चुकी है।
स्वाभाविक दावा-
तमाम दिग्गज नेता अपने-अपने पक्ष में लॉबिंग कर रहे हैं। भूपेंद्र सिंह हुड्डा पद के लिए अपना स्वाभाविक दावा मान रहे हैं। कुमारी शैलजा भी इस कतार में लगी हैं। वहीं दीपेंद्र हुड्डा और उनके समर्थक भी लामबंदी कर रहे हैं। दीपेंद्र हुड्डा को राहुल गांधी का करीबी माना जाता है। वह हरियाणा में स्टार प्रचारक रह चुके हैं। हुड्डा समर्थक कह रहे हैं कि उनके नाम पर सहमति बनेगी। रणदीप सूरजेवाला ने भी सीएम पद को लेकर इच्छा जताई है।
हरियाणा में कांग्रेस की सरकार-
उन्होंने कहा, कि यह फैसला हाई कमान करेगा। लेकिन मेरी भी इच्छा यही है। हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनने की स्थिति में भूपेंद्र सिंह हुड्डा मुख्यमंत्री पद के सबसे बड़े दावेदार माने जा रहे हैं। वह राज्य में लगातार दो बार कांग्रेस की सरकार को चला चुके हैं। इस बार भी उन्होंने काफी मेहनत की है। इसमें उनके बेटे दीपेंद्र हुड्डा ने भी साथ मिलकर काम किया है। बाप बेटे की जोड़ी ने इस बार जमकर पसीना बहाया। लेकिन हुड्डा परिवार के लिए मुख्यमंत्री की कुर्सी तक जाने की राह आसान नहीं होने वाली है। क्योंकि उनको बहुत से लोगों से चुनौती मिल सकती है।
कांग्रेस के अंदर शक्ति प्रदर्शन की नौबत-
इसमें एक बड़ा नाम पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा का है, दलित समाज से आने वाली सेलजा राज्य की वरिष्ठ नेताओं में से एक है। हालांकि सबसे बड़ी बात हुड्डा के पक्ष में यह है, कि वह अपने समर्थकों को बड़ी तादाद में टिकट दिलाने में कामयाब रहे थे। अगर कांग्रेस के अंदर ऐसी स्थिति में शक्ति प्रदर्शन की नौबत आती है, तो हुड्डा शैलजा पर भारी पड़ जाएंगे। वहीं हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह गुड्डा ने शनिवार को यह दावा किया, कि राज्य में कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएगी। इसके साथ ही उन्होंने यह भी दोहराया की पार्टी के विधायकों से राय लेने के बाद ही आला कामान मुख्यमंत्री के चेहरे के बारे में फैसला करेंगे।
ये भी पढ़ें- AAP के मंत्री ने क्यों पकड़े बीजेपी नेता के पैर? यहां जानें पूरा मामला
मुख्यमंत्री पद के दावेदार-
वहीं हुड्डा ने हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान संपन्न होने और कई एग्जिट पोल में कांग्रेस की जीत की संभावना व्यक्त किए जाने के बाद यह टिप्पणी की थी। जब उनसे सवाल किया गया, कि कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद किसे मुख्यमंत्री बनाया जाएगा, तो हुड्डा ने कहा कि एक निर्धारित प्रक्रिया है, जिसके मुताबिक पार्टी विधायकों की राय ली जाएगी। उसके बाद आला कमान फैसला करेंगे। यह पूछे जाने पर की कुमारी शैलजा और रणवीर सिंह सूरजेवाला भी मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं, तो इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा, कि राजनीति ऐसी चीज है, कि कोई भी आकांक्षा रख सकता है। लेकिन एक प्रक्रिया है, कि विधायक अपनी राय देंगे, इसके बाद आला कमान फैसला करेगा।
ये भी पढ़ें- अनिल विज ने बढ़ाई बीजेपी की टेंशन, कहा अगर भाजपा की सरकार बनती है तो मुझे मुख्यमंत्री…
