Rahul Gandhi: हाल ही में पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह का निधन हुआ है, जिनके शौक के दौरान राहुल गांधी के वियतनाम की प्राइवेट ट्रिप बहस का मुद्दा बन चुकी है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नजरिए से बिल्कुल विपरीत है। क्योंकि उन्होंने शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री के सम्मान में अपने कार्यक्रम को रद्द कर दिया था। 27 दिसंबर की दोपहर 12:30 बजे पीएम मोदी को स्वामित्व योजना के तहत 50 लाख से ज्यादा लोगों को प्रॉपर्टी कार्ड बांटने थे। सरकारी अधिकारियों का कहना है, कि यह एक बहुत बड़ा कार्यक्रम था। जिसमें करोड़ों लोग हिस्सा ले रहे थे और देश के अलग-अलग कोने से वहां मंत्री पहुंचे थे।
पीएम मोदी ने करवाए कार्यक्रम रद्द(Rahul Gandhi)-
लेकिन डॉक्टर मनमोहन सिंह के सम्मान के लिए पीएम मोदी द्वारा इस कार्यक्रम को रद्द करवा दिया गया। क्योंकि 26 सितंबर की रात को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का निधन हो गया था। दिल्ली चुनाव से पहले राष्ट्रीय राजधानी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली रैली 29 दिसंबर को होने वाली थी। लेकिन उनके सम्मान में इसे भी स्थगित कर दिया गया। इस रैली के लिए पूरी तैयारी हो चुकी थी।
शोक की अवधि (Rahul Gandhi)-
लेकिन बीजेपी ने शोक की अवधि के समाप्त होने तक इसे टाल दिया है। मोदी सरकार ने 26 दिसंबर 2024 से 1 जनवरी 2025 तक पूरे भारत में 7 दिनों का राजकीय शोक घोषित किया और कहा कि राज्य में शोक की अवधि के दौरान कोई भी आधिकारिक मनोरंजन नहीं होगा। इसके अलावा इस समय में केंद्रीय और राज्य कार्यक्रम भी रद्द कर दिए गए हैं।
वियतनाम यात्रा को लेकर बवाल-
कांग्रेस ने भी इस अवधि के दौरान स्थापना दिवस समारोह समेत अपने कार्यक्रमों को रद्द कर दिया था। लेकिन हाल ही में राहुल गांधी कि वियतनाम यात्रा को लेकर बवाल हो रहा है। दरअसल बीजेपी ने राहुल गांधी की इस यात्रा पर निशाना साधा और नए साल की पूर्व संध्या पर राहुल गांधी की विदेश यात्रा को पूर्व प्रधानमंत्री का अपमान बताया है। मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार को लेकर निशाना साधते हुए कहा, की यह यात्रा राहुल गांधी के पाखंड की ओर इशारा करती है।
भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला-
वहीं भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला का कहना है, कि गांधी ने एलओपी के अपने पद का अर्थ बदलकर पर्यटन नेता कर दिया है और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का अपमान किया है। वही सोशल मीडिया पर भी राहुल गांधी की इस यात्रा को लेकर बहस छिड़ चुकी है। वहीं इसी बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी का बचाव भी काफी हद तक किया। वहीं एक पर पोस्ट करते हुए, मणिकम टैगोर ने पूछा, कि अगर गांधी निजी तौर पर यात्रा कर रहे हैं, तो बीजेपी को इससे क्या समस्या है।
राहुल गांधी की निजी यात्रा-
राहुल गांधी ने न्यू ईयर के मौके पर वियतनाम जाने का फैसला किया, जो कि कई लोगों के लिए विवादास्पद साबित हो रहा है। बीजेपी इस यात्रा को डॉ. मनमोहन सिंह के प्रति अपमान मान रही है। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि राहुल गांधी ने अपने पद का मतलब बदल दिया है और पूर्व पीएम का अपमान किया है।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं-
सोशल मीडिया पर इस मुद्दे पर बहस तेज हो गई है। कई लोग राहुल गांधी की यात्रा को नकारात्मक रूप से देख रहे हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, लोगों का मानना है कि यह यात्रा राष्ट्रीय भावना से कटाव दर्शाती है। वहीं, कांग्रेस नेता इस पर बचाव करते नजर आ रहे हैं। मणिकम टैगोर ने पूछा कि बीजेपी को राहुल गांधी की निजी यात्रा से क्या समस्या है।
क्या यह सही है?
राहुल गांधी की इस यात्रा पर सवाल उठाना स्वाभाविक है, खासकर जब देश शोक में है। लेकिन क्या किसी व्यक्ति को अपनी व्यक्तिगत योजनाओं को पूरी तरह से त्याग देना चाहिए? यह एक ऐसा सवाल है जो कई लोगों के मन में उठ रहा है। कुछ लोग मानते हैं कि हर किसी को अपनी जिंदगी जीने का हक है, जबकि अन्य इसे संवेदनहीनता मानते हैं।
राजनीतिक दृष्टिकोण-
राजनीतिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो बीजेपी राहुल गांधी की यात्रा को एक अवसर के रूप में देख रही है। वे इसे कांग्रेस की राजनीति में असंगति के रूप में पेश कर रहे हैं। बीजेपी का कहना है कि राहुल गांधी ने अपनी यात्रा से यह साबित कर दिया है कि वे पूर्व पीएम के प्रति कितने असंवेदनशील हैं।
आखिर में क्या सही क्या गलत?
डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के बाद राहुल गांधी का वियतनाम जाना एक संवेदनशील मुद्दा बन गया है। क्या यह सही है या गलत, यह व्यक्तिगत दृष्टिकोण पर निर्भर करता है। लेकिन इस यात्रा ने राजनीतिक दलों के बीच एक नई बहस छेड़ दी है, जो आने वाले समय में और भी गहराई से देखने लायक होगी।
ये भी पढ़ें- क्या पत्नी के अकाउंट में ट्रांसफर किए पैसों पर नहीं देना होगा टैक्स? यहां जानें क्या कहते हैं नियम
ये भी पढ़ें- खीरा खाने से कैसे हुई बच्चे की मौत? जानें क्या है सालमोनेला पॉइज़निंग? लक्षण और बचाव..