Shiva Temple Found in Patna: हाल ही में बिहार की राजधानी पटना में 5,00 साल पुराना शिव मंदिर मिला है। वार्ड नंबर 54 में मौजूद यह मंदिर उस जगह के नीचे पाया गया, जहां पर लंबे समय से कूड़े का ढेर लगा हुआ था। ऐसा माना जाता है, कि यह जगह कभी मठ से जुड़ी हुआ करती थी। लेकिन अब इसमें एक समृद्ध ऐतिहासिक और आध्यात्मिक खजाना मिला है। जिससे स्थानीय लोगों में उत्साह देखने को मिल रहा है। अधिकारियों के मौके पर पहुंचने से पहले ही स्थानीय निवासियों ने इलाके की खुदाई शुरू कर दी थी। मालवे को साफ करने के बाद उन्होंने संरचना को देखा, उसे साफ किया और मंदिर में पूजा अर्चना भी शुरू कर दी।
मंदिर में क्या मिला? (Shiva Temple Found in Patna)
मंदिर में प्राचीन शिवलिंग और दो अलग-अलग पैरों के निशान भी हैं। स्थानीय लोगों का कहना है, कि यह मंदिर एक विशेष धातु सामग्री से बना हुआ है। जिसकी दीवारों से लगातार पानी रिस्ता रहता है। मंदिर के डिजाइन में चिकने काले पत्थर का इस्तेमाल किया गया है, जो इसकी विशेषता और ऐतिहासिक आकर्षण को बढ़ाता है। जैसे-जैसे सफाई आगे बढ़ी भक्ति के मंत्र हवा में गूंजने लगे और यह स्थल जल्द ही एक चहल-पहल वाले पूजा स्थल में बदल गया। ऐसा कहा जाता है, कि यह मंदिर 15वीं शताब्दी का है, जो इसके सांस्कृतिक और पुरातत्व महत्व को और बढ़ता है।
संरचना की सही उम्र और उत्पत्ति(Shiva Temple Found in Patna)-
जबकि विशेषज्ञ अभी भी इस संरचना की सही उम्र और उत्पत्ति का पता लगाने पर काम कर रहे हैं। शुरूआती खोज से इसके ऐतिहासिक महत्व का पता चलता है, शिवलिंग और प्राचीन पैरों के निशान की खोज ने लोगों की दिलचस्पी को बढ़ा दिया है और लोग इस चमत्कार को देखने और प्रार्थना करने के लिए बड़े स्तर पर भीड़ में यहां आ रहे हैं। यह पहली बार नहीं है, जब पटना के पुराने इलाकों में ऐसी खोज हुई है। पहले भी पुराने घरों से मंदिरों के अवशेष मिल चुके हैं। लेकिन यह पहली बार है, जब पटना सिटी इलाके में शिवलिंग के साथ मंदिर जैसी संरचना भी देखी गई है।
भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र-
इसके अलावा पटना में खोजा गया यह नया मंदिर पहले से ही भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र बन चुका है। स्थानीय लोगों ने इस पर पूजा और प्रार्थना करनी शुरू कर दी है और इस आस्था के छुपे हुए खजाने को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग जुट रहे हैं। इस प्राचीन शिव मंदिर को खोज ने न सिर्फ बिहार की गहरी आध्यात्मिक और संस्कृति जड़ों को उजागर किया है। बल्कि यह ऐतिहासिक स्थलों के संरक्षण और अन्वेषण के महत्व पर भी ध्यान देता है। निवासियों और आगुंतकों को यह अप्रत्याशित खोज भगवान शिव की भक्ति की याद दिलाता है।
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उत्तर प्रदेश के संभल में भी ऐसी खोज-
इसके साथ ही दिलचस्प बात यह है, कि इससे पहले उत्तर प्रदेश के संभल में भी ऐसी खोज हुई थी। जहां पर 46 साल तक बंद रहने के बाद 500 साल पुराना शिव मंदिर मिला था। बिजली चोरी को रोकने के लिए की गई छापेमारी के दौरान इस मंदिर के बारे में पता चला। जिसने लोगों का ध्यान अपनी और खींचा। जमा मस्जिद से सिर्फ 1.5 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद यह मंदिर 1978 के दंगों के बाद से बंद था। जब कई हिंदू इस इलाके को छोड़कर चले गए थे। संभल के स्थानीय लोगों ने यह दावा किया है, कि यह मंदिर 400 से 500 साल पुराना है और पास में ही एक प्राचीन कुआं भी है, जो इसके महत्व को और ज्यादा बढ़ाता है।
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