Muscular Baba: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले 2025 में एक विदेशी साधु की उपस्थिति ने सबका ध्यान अपनी ओर खींच लिया है। भगवा वस्त्र धारण किए, कंधे पर झोला टांगे और गले में रुद्राक्ष की माला पहने यह साधु कोई और नहीं बल्कि रूस से आए आत्म प्रेम गिरि महाराज हैं, जिन्हें लोग उनके सुडौल शरीर के कारण ‘मस्कुलर बाबा’ के नाम से जानने लगे हैं।
परशुराम के अवतार की चर्चा(Muscular Baba)-
सात फुट लंबे कद वाले इस विदेशी साधु को सोशल मीडिया पर कई लोग भगवान विष्णु के छठे अवतार परशुराम का अवतार बता रहे हैं। उनकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। हिंदू पौराणिक कथाओं के मुताबिक, परशुराम का जन्म पृथ्वी पर पापी और क्रूर राजाओं का विनाश करने के लिए हुआ था।
रूस से नेपाल तक का सफर(Muscular Baba)-
मनी कंट्रोल हिंदी की रिपोर्ट के अनुसार, करीब तीस साल पहले हिंदू धर्म के संपर्क में आने के बाद से आत्म प्रेम गिरि महाराज ने इसे अपना लिया। एक शिक्षक का करियर छोड़कर उन्होंने हिंदू धर्म के प्रचार को अपने जीवन का मिशन बना लिया। वर्तमान में वे नेपाल में रहते हैं और जूना अखाड़े से जुड़े हुए हैं। पायलट बाबा के पूर्व शिष्य रह चुके, इस साधु की दिनचर्या में योग और व्यायाम का विशेष महत्व है।
महाकुंभ का आध्यात्मिक महत्व(Muscular Baba)-
13 जनवरी से शुरू हुआ महाकुंभ मेला 26 फरवरी तक चलेगा। दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक जमावड़ा माने जाने वाले इस मेले में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु पवित्र संगम में स्नान करने आते हैं। गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती नदी के संगम पर स्नान को मोक्षदायी माना जाता है।
विश्व स्तर पर बढ़ता हिंदू धर्म का प्रभाव-
आत्म प्रेम गिरि महाराज जैसे विदेशी साधुओं की उपस्थिति हिंदू धर्म के वैश्विक प्रभाव को दर्शाती है। उनकी यात्रा एक प्रेरक कहानी है कि कैसे आध्यात्मिक ज्ञान की खोज किसी को भी भारतीय संस्कृति की ओर आकर्षित कर सकती है। महाकुंभ में उनकी मौजूदगी वसुधैव कुटुम्बकम की भारतीय अवधारणा को साकार करती प्रतीत होती है।
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लोगों में बढ़ती जिज्ञासा-
मसल्स बाबा की विशाल काया और आध्यात्मिक प्रवृत्ति ने लोगों में उनके बारे में जानने की जिज्ञासा जगा दी है। सोशल मीडिया पर उनके फॉलोअर्स की संख्या लगातार बढ़ रही है। कई लोग उनसे आशीर्वाद लेने के लिए महाकुंभ में उनके डेरे तक पहुंच रहे हैं।
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