Virat Kohli: विराट कोहली का टेस्ट करियर एक समय पर दुनिया के सबसे महान बल्लेबाजों में शुमार था। 2019 में उन्होंने 7202 रन बनाकर सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड को नजदीक से देखा था, लेकिन कुछ सालों के अंदर उनकी प्रदर्शन में गिरावट आ गई और वे अब अपने सबसे अच्छे दिनों को याद करने के लिए मजबूर हैं।
विराट कोहली ने अभी तक अपने करियर में 9230 रन बनाये हैं और उनकी औसत 46.9 है, लेकिन उनकी टीम में जगह सुरक्षित करना अब एक बड़ा सवाल है। उनके टेस्ट करियर के तीन भाग हैं, दूसरा भाग उनकी ग्लोबल डॉमिनेंस से भरा हुआ है जब उन्होंने रिकॉर्ड तोड़े और अपनी विशाल भूमिका निभाई थी। लेकिन अब उनकी पूरी तस्वीर बदल गई है।
Virat Kohli का टेस्ट करियर तीन हिस्सों में बटा–
विराट कोहली का टेस्ट करियर तीन हिस्सों का बंटा है, उनकी शुरुआती सफलता, उनकी ग्लोबल डॉमिनेंस और अब उनकी वर्तमान स्थिति। पहले हिस्से में उनका करियर शुरू होता है, दूसरे हिस्से में उनकी ग्लोबल डॉमिनेंस और तीसरे हिस्से में उनके वर्तमान टेस्ट करियर की कहानी।
डेब्यू से लेकर 2014 इंग्लैंड टूर तक–
विराट कोहली का करियर शुरू 2011 से हुआ और उन्होंने अपना पहला मैच क्रिकेट में खेला था। उन्होंने अपने पहले टेस्ट में 76 रन बनाये, जो उनकी टीम की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने इस दौरान अपनी औसत 39.465 से शुरुआत की थी।
2014 ऑस्ट्रेलिया टूर से लेकर 2019 का अंत–
विराट कोहली ने अपने करियर में एक नए युग में पार लगाया, जब उन्होंने अपनी टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में जीत दिलायी। उन्होंने इस दौरान अपनी औसत 63.856 को 92.11 की स्ट्राइक रेट के साथ बढ़ाया। उन्होंने अपने देश के लिए रिकॉर्ड तोड़कर अपनी भूमिका निभाई थी।
2020 का शुरुआत और वर्तमान–
विराट कोहली की टेस्ट प्रदर्शन 2020 के बाद से गिरावट के रास्ते पर चले गए हैं। उन्होंने 2020 के बाद से 2025 तक का समय देखा है, और उनकी औसत 46.9 से नीचे चली गई है। उन्होंने इस दौरान अपने करियर के सबसे कम औसत की रिकॉर्ड किया है, जो 30.72 है। उन्हे इस दौरान अपनी टीम के खिलाड़ियों का समर्थन करना पड़ा लेकिन उनकी क्षमताएँ के मुकाबले उनका प्रदर्शन गिर गया।
विराट कोहली की कठिनाइयां – क्या है सही और क्या गलत–
विराट कोहली के टेस्ट करियर में कुछ कठिनाइयां सामने आई हैं। उन्होंने अपनी टीम के लिए टेस्ट करियर में सफलता के लिए कई रिकॉर्ड तोड़े हैं, लेकिन कुछ दिनों के अंदर उनकी प्रदर्शन में गिरावट आई और उनकी टीम के खिलाड़ियों ने उन पर कठिनाइयों को स्वीकार किया है।
विराट कोहली की सबसे बड़ी कठिनाइयां-
1. उनकी औसत काफी कम है, जो 30.72 है।
2. उनके पास टेस्ट करियर में कम स्ट्राइक रेट है।
3. उनके पास कम कवर ड्राइव और स्ट्रेट ड्राइव की रफ्तार है।
4. उनके पास अपने देश में टेस्ट में कम औसत है।
5. उनके पास टेस्ट करियर में कम स्कोर करने की विधि है।
विराट कोहली के टेस्ट करियर का वर्तमान स्थिति – क्या है उम्मीद?
विराट कोहली के टेस्ट करियर की वर्तमान स्थिति बहुत गंभीर है। उन्होंने अपनी टीम की जीत के लिए टेस्ट करियर में बहुत प्रयास किया है, लेकिन अब उन्हें अपने टेस्ट करियर के लिए एक न्यूल्युएटेड दृष्टिकोण की आवश्यकता है।
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विराट कोहली की उम्मीद – क्या है उनका दृष्टिकोण?
1. उन्हें अपने टेस्ट करियर के लिए एक नया दृष्टिकोण अपनाना होगा।
2. उन्हें अपनी टीम के लिए जीत के लिए एक मजबूत टेस्ट करियर विकसित करना होगा।
3. उन्हें अपने व्यक्तिगत क्षमताओं को बढ़ावा देना होगा।
4. उन्हें अपने टेस्ट करियर के लिए एक नया मकसद की आवश्यकता है।
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