Aaditya Thackeray Angry on Pakistan Hockey Team in India: दरअसल भारत सरकार के द्वारा पाकिस्तान की हॉकी टीम को भारत आकर हॉकी खेलने का बुलावा भेजा गया है, इस बात से विपक्ष नाराज है जिसको लेकर आदित्य ठाकरे ने कहा की लाखों करोड़ों के विज्ञापन और प्रसारण करने की दबाव में हम पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मैच का मौका क्यों दे रहे हैं?
जब तक पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ कोई आवश्यक कदम नहीं उठाता है तब तक हम पाकिस्तान के खिलाड़ियों को भारत आकर अंतरराष्ट्रीय मुद्दे पर खेलने का मौका कैसे दे रहे हैं। आदि जैसे सवालों से आदित्य ठाकरे ने बीजेपी पर निशाना साधा है।

आदित्य ठाकरे का हमला, आतंक का साथ देने वाले देश से मैच क्यों?
Aaditya Thackeray Angry on Pakistan Hockey Team in India, शिवसेना की युवा नेता आदित्य ठाकरे ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए भारत में पाकिस्तान की हॉकी टीम के प्रवेश पर आपत्ति जताते हुए भारत सरकार पर कई प्रकार के प्रश्न किया है। उन्होंने पूछा जब पाकिस्तान आए दिन भारत में आतंकी हमले करता रहता है तो ऐसे में उसे देश की टीम को भारत में खेलने की इजाजत क्यों मिल रही है?
उद्धव ठाकरे ने स्पष्ट रूप से कहा या कोई साधारण खेल आयोजन नहीं है बल्कि यह राष्ट्र की सुरक्षा और गरिमा से संबंधित एक बहुत महत्वपूर्ण मुद्दा है उन्होंने केंद्र सरकार और क्रिकेट एसोसिएशन से पूछा कि क्या अब वह क्रिकेट एशिया कप में भी पाकिस्तान को खेलने की इजाजत देने वाले हैं?
खेल और राष्ट्रहित अलग नहीं हो सकते
विपक्ष नेता आदित्य ठाकरे के अनुसार भारत में हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले को भूलना इतना आसान नहीं है उन्होंने सवाल उठाया कि जब हमारे सैनिक और आम नागरिक पाकिस्तान के आतंकवादियों की शिकार हो रहे हैं तो क्या इस समय खेल आयोजन में शामिल होने के लिए पाकिस्तान को मौका देना सही होगा?
उन्होंने सीधे तौर पर बीजेपी और क्रिकेट एसोसिएशन के इरादों पर भी सवाल किया और कहा कि अगर ऐसा ही रवैया रहा तो देश की जनता को यह सोचना पड़ेगा कि सरकार का प्राथमिक उद्देश्य राष्ट्रीय है या अंतरराष्ट्रीय खेल का आयोजन करना।
अंतरराष्ट्रीय दबाव या राजनीतिक लापरवाही?
उद्धव ठाकरे ने इस बात को लेकर भी चिंता जताई कि पाकिस्तान को वर्ल्ड बैंक और अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से भी समर्थन मिल रहा है वहीं भारत सरकार चुपचाप पाकिस्तान को खेलने का मौका दे रही है उन्होंने कहा कि खेल के मंच का इस्तेमाल भारत की मजबूत स्थिति स्पष्ट करने के लिए करना चाहिए ना कि एक सॉफ्ट डिप्लोमेसी के नाम पर अपने विरोध को कमजोर करने के लिए।
ठाकरे ने इस बात पर भी चिंता जताई कि पाकिस्तान को वर्ल्ड बैंक और अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से समर्थन मिल रहा है, वहीं भारत सरकार चुप्पी साधे बैठी है। उन्होंने कहा कि खेल के मंच का इस्तेमाल भारत को मजबूती से अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए करना चाहिए, न कि एक ‘सॉफ्ट डिप्लोमेसी’ के नाम पर अपने विरोध को कमज़ोर करने के लिए।
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