Himachal Pradesh Marriage Fraud: हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके में हलचल मचा दी। नारी गांव से निकली एक बारात सिंगा गांव में दुल्हन को लेने पहुंची, लेकिन वहां न तो कोई दुल्हन थी और न ही किसी शादी का आयोजन। यह घटना मंगलवार को सामने आई, जब दूल्हे और उसके परिवार को एक बड़े धोखे का सामना करना पड़ा।
घटना की जानकारी देते हुए सिंगा गांव के सरपंच गुरदेव सिंह ज्ञानी ने बताया कि उनके गांव में ऐसी कोई लड़की या परिवार नहीं है, जिसकी शादी तय की गई थी। उन्होंने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
जल्दबाजी में तय हुई शादी(Himachal Pradesh Marriage Fraud)-
34 वर्षीय दूल्हे के परिवार वाले पिछले कई सालों से अपने बेटे के लिए एक अच्छी लड़की की तलाश में थे। जब बिचौलिए ने एक खूबसूरत और पढ़ी-लिखी लड़की की फोटो दिखाई, तो लड़के ने शादी के लिए हां कर दी। लेकिन न तो दोनों परिवारों की मुलाकात हुई और न ही दूल्हा-दुल्हन को एक-दूसरे से मिलने का मौका मिला। दोनों ने केवल एक हफ्ते तक फोन पर बात की थी।
बिचौलिए का फरार होना(Himachal Pradesh Marriage Fraud)-
जैसे ही मामले की गंभीरता का पता चला, बिचौलिए मनु, जो नारी गांव के राजीव की पत्नी और दूल्हे की दूर की रिश्तेदार है, यह कहकर मौके से फरार हो गई कि वह लड़की को ढूंढकर लाएगी। पुलिस के अनुसार, मनु और राजीव ने शादी तय करने के लिए 50,000 रुपये लिए थे।
पंचायत का फैसला-
नारी पंचायत ने बिचौलिए को सबक सिखाने के लिए एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है। पंचायत प्रधान राम कुमार ने बताया कि शादी में हुए सभी खर्चे, जो कि 5.86 लाख रुपये हैं, बिचौलिए महिला को वहन करने होंगे।
पुलिस की कार्रवाई-
ऊना के पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह ने बताया कि पुलिस मामले पर नजर रख रही है। दोनों पक्षों के बयान दर्ज कर लिए गए हैं और जांच जारी है। हालांकि अभी तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है।
बिचौलिए का दावा-
जब स्थिति तनावपूर्ण हो गई और पुलिस मौके पर पहुंची, तो बिचौलिए ने दावा किया कि दुल्हन ने जहरीला पदार्थ खा लिया है और उसे पंजाब के नवांशहर अस्पताल ले जाया जा रहा है। लेकिन संदेहास्पद दूल्हे पक्ष ने महिला को घेर लिया और वापस सिंगा गांव ले आया।
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ऑस्ट्रेलिया कनेक्शन-
बाद में बिचौलिए ने पुलिस को बताया कि लड़की का संपर्क ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले एक लड़के से था। वह सांगी गांव का है और उसी ने लड़की की फोटो भेजी थी और शादी तय करने की बात की थी।
इस पूरी घटना ने स्थानीय समुदाय में शादी के लिए उचित जांच-पड़ताल के महत्व को रेखांकित किया है। यह घटना बताती है कि विवाह जैसे महत्वपूर्ण फैसले लेने से पहले दोनों पक्षों को मिलना-जुलना कितना जरूरी है। साथ ही यह बिचौलियों द्वारा की जाने वाली धोखाधड़ी के खिलाफ एक चेतावनी भी है।
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