Paresh Rawal Congress: राजधानी दिल्ली में एक नया इतिहास रचा गया है। भारतीय जनता पार्टी ने 70 सदस्यीय विधानसभा में 47 सीटों पर बढ़त के साथ अपनी ऐतिहासिक जीत की ओर कदम बढ़ा दिए हैं। चुनाव आयोग द्वारा जारी शुरुआती रुझानों में ही बीजेपी ने अपनी मजबूत स्थिति दर्शा दी थी, जो मतगणना के दौरान और भी मजबूत होती गई।
इस चुनावी नतीजे में सबसे बड़ा झटका आम आदमी पार्टी को लगा है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके डिप्टी मनीष सिसोदिया दोनों ही अपनी सीटें मामूली अंतर से हार गए हैं। यह हार न केवल आप पार्टी के लिए बल्कि उनके समर्थकों के लिए भी एक बड़ा आघात है।
Paresh Rawal Congress परेश रावल का कटाक्ष-
इस बीच, बॉलीवुड अभिनेता और राजनीतिक व्यक्तित्व परेश रावल ने कांग्रेस नेतृत्व पर एक चुटीला कटाक्ष किया। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “एक मां का दर्द समझो। ना बहू मिलती है, ना बहुमत।” यह टिप्पणी सोनिया गांधी और राहुल गांधी की ओर इशारा करते हुए की गई। हालांकि अब यह पोस्ट डिलिट कर दी गई है।
एक सोशल मीडिया यूजर ने परेश रावल के इस कमेंट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, “अच्छा फिल्मी तंज है! लेकिन राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी के साथ ऐसा व्यवहार जरूरी नहीं था… विनम्रता एक गुण है।” हालांकि, कई लोगों का मानना है कि परेश रावल एक ईमानदार और पारदर्शी व्यक्तित्व के धनी हैं, जो दिल में जो आता है, बिना किसी झिझक के कह देते हैं।

Paresh Rawal Congress कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला-
दिल्ली में 15 साल तक शासन करने वाली कांग्रेस पार्टी पिछले दो विधानसभा चुनावों में एक भी सीट नहीं जीत पाई थी। इस बार भी पार्टी की स्थिति में कोई सुधार नहीं दिखा और वह एक भी सीट जीतने में नाकाम रही। यह लगातार तीसरा विधानसभा चुनाव है, जहां कांग्रेस का खाता तक नहीं खुल पाया है।
त्रिकोणीय मुकाबले में बीजेपी की बाजी-
इस चुनाव में तीन प्रमुख दलों – सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। सुबह 8 बजे से शुरू हुई मतगणना में बीजेपी ने शुरू से ही बढ़त बनाई और उसे अंत तक बनाए रखा। चुनाव आयोग के अनुसार, अंतिम परिणाम देर शाम तक घोषित किए जाने की संभावना है।
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यह चुनाव परिणाम दिल्ली की राजनीति में एक नए युग की शुरुआत का संकेत दे रहा है। जहां एक ओर बीजेपी के लिए यह ऐतिहासिक जीत है, वहीं आम आदमी पार्टी और कांग्रेस को अपनी रणनीतियों पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता होगी।
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