भारत द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान पहलगाम में आतंकी ठिकानों पर की गई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद देश की नागरिक उड़ान व्यवस्था पर व्यापक प्रभाव पड़ा है। कार्रवाई के चलते भारत ने चीन के साथ अपने नागरिक विमान संबंधों पर पुनर्विचार शुरू कर दिया है।
इस ऑपरेशन के दौरान भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया, जिससे पाकिस्तान को कूटनीतिक रूप से अलग-थलग कर दिया गया। इसके जवाब में पाकिस्तान ने अपने पारंपरिक सहयोगी चीन से समर्थन मांगा। चीन ने भारत की इस सैन्य कार्रवाई को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताया और दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की।इस घटनाक्रम के बाद भारत ने चीन के साथ नागरिक उड़ान संबंधों की समीक्षा शुरू की है।
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हालांकि, इससे पहले दोनों देशों ने पांच वर्षों के अंतराल के बाद सीधी उड़ान सेवाएं फिर से शुरू करने पर सहमति जताई थी। लेकिन वर्तमान स्थिति को देखते हुए भारत इन समझौतों पर पुनर्विचार कर रहा है। इस सैन्य कार्रवाई के चलते भारत में 27 हवाई अड्डों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है और 430 से अधिक हवाई जहाजों की उड़ानें रद्द की गई हैं। यात्रियों को अब कई स्तरों की सुरक्षा जांच से गुजरना पड़ रहा है, जिससे हवाई यात्रा में काफी असुविधा हो रही है।
इस स्थिति के चलते भारत सरकार ने चीन के साथ नागरिक उड़ान संबंधों की समीक्षा शुरू की है। विशेषज्ञों का मानना है कि भारत को अपनी सुरक्षा और कूटनीतिक हितों को ध्यान में रखते हुए चीन के साथ विमानन समझौतों पर पुनर्विचार करना चाहिए।