भारत में COVID-19 के मामलों में फिर से वृद्धि देखी जा रही है, जिसका मुख्य कारण दो नए वेरिएंट NB.1.8.1 और LF.7 हैं। INSACOG के अनुसार, 25 मई 2025 तक NB.1.8.1 का एक मामला और LF.7 के चार मामले दर्ज किए गए हैं। इन वेरिएंट्स की पहचान ओमिक्रॉन के उपप्रकारों के रूप में हुई है, जो तेजी से फैलने की क्षमता रखते हैं।
हालांकि इन वेरिएंट्स से गंभीर बीमारी या मृत्यु दर में वृद्धि की पुष्टि नहीं हुई है, फिर भी स्वास्थ्य विशेषज्ञ सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैं। इनके लक्षणों में बुखार, खांसी, गले में खराश, थकान, और सांस लेने में कठिनाई शामिल हो सकते हैं।
केरल में हैं सबसे अधिक मामले
केरल, महाराष्ट्र, दिल्ली, और गुजरात में इन वेरिएंट्स के मामले सामने आए हैं, जिसमें केरल में सबसे अधिक 335 नए मामले दर्ज किए गए हैं। दिल्ली में 99, महाराष्ट्र में 153, और गुजरात में 76 नए मामले पाए गए हैं।
बचाव के उपाय:
•भीड़-भाड़ वाले स्थानों में मास्क पहनना।
•टीकाकरण की स्थिति को अद्यतन रखना।
•हाथों की नियमित सफाई और सैनिटाइज़र का उपयोग करे ।
कोविड-19 जैसे लक्षणों पर तुरंत चिकित्सकीय सलाह लेना।स्वास्थ्य मंत्रालय और WHO इन वेरिएंट्स की निगरानी कर रहे हैं और जनता से घबराने के बजाय सतर्क रहने की अपील कर रहे हैं।
ये लोग बरतें विशेष सावधानी
इन वेरिएंट्स की उपस्थिति भले ही फिलहाल सीमित हो, लेकिन विशेषज्ञ मानते हैं कि त्योहारों और यात्रा सीज़न में इसके प्रसार की संभावना बढ़ सकती है। इसलिए सार्वजनिक स्थानों पर कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना बेहद जरूरी है। साथ ही, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और पहले से बीमार व्यक्तियों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। सरकार द्वारा कोविड जांच के निर्देश दिए गए हैं, ताकि संक्रमण को समय रहते नियंत्रित किया जा सके।
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