सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर कांग्रेस सांसद शशि थरूर के हालिया बयान ने सियासी हलचल मचा दी है। थरूर ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि भारत की पहली सर्जिकल स्ट्राइक 2016 में हुई थी, जिसे लेकर अब पार्टी के भीतर मतभेद उभरते दिख रहे हैं।
रणदीप सुरजेवाला ने दी प्रतिक्रिया
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि शशि थरूर पार्टी के वरिष्ठ और सम्मानित सदस्य हैं और कांग्रेस परिवार का अभिन्न हिस्सा हैं। लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि थरूर का बयान तथ्यात्मक रूप से गलत है। सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में भी कई सर्जिकल स्ट्राइक की गई थीं, जिनका विवरण खुद पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने सार्वजनिक रूप से दिया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी सेना की वीरता और परंपरा का सम्मान करती है और इतिहास के तथ्यों को गलत तरीके से प्रस्तुत करना उचित नहीं है। साथ ही सुरजेवाला ने यह भी दोहराया कि पार्टी में विचारों का आदान-प्रदान होता रहता है, लेकिन यह जरूरी है कि ऐसे संवेदनशील मुद्दों पर बयान तथ्यों पर आधारित हों।
भाजपा ने कही सेना के शौर्य को कमतर आंकने की बात
इस घटनाक्रम ने एक बार फिर राजनीतिक बयानों की गंभीरता और तथ्यों की जांच-पड़ताल की जरूरत को रेखांकित किया है। कांग्रेस ने भले ही स्थिति को संभाल लिया हो, लेकिन यह घटना दिखाती है कि नेताओं के व्यक्तिगत बयान कभी-कभी पार्टी लाइन से अलग भी पड़ सकते हैं। इस पूरे मामले के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल बढ़ गई है, जहां भाजपा ने थरूर के बयान को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है। भाजपा नेताओं ने इसे सेना के शौर्य को कमतर आंकने की कोशिश बताया और कहा कि यह कांग्रेस की पुरानी नीति का ही हिस्सा है। वहीं कांग्रेस समर्थकों का कहना है कि थरूर का बयान निजी विचार हो सकता है, लेकिन पार्टी की आधिकारिक लाइन वही है जो सुरजेवाला ने स्पष्ट की है। यह प्रकरण न केवल पार्टी के भीतर संवाद और अनुशासन की आवश्यकता को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मुद्दों पर बयान देते समय नेताओं को अत्यधिक सतर्कता बरतनी चाहिए।
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