एक बेटी ने अपने ही पिता की जान ले ली। उस पिता की जिसका कसूर सिर्फ इतना था कि वो अपनी बेटी के हाथ पीले करने की सोच रहा था। सुबह के चार बज रहे थे, दुनिया नींद के आगोश में थी। तभी तीसरी मंजिल के कमरे से अजीब आवाजें सन्नाटा चीरते हुए नोएडा के विश्वनाथ साहू के कानों तक पहुंचीं। उनकी नींद खुली और वह हैरानी भरी नजरों से उस कमरे की ओर बढ़ चले। दरवाजा खोला तो सन्न रह गए, पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई, उनकी अपनी ही बेटी किसी गैर मर्द के साथ आपत्तिजनक हालत में थी। बेटी को इस हालत में देखकर साहू आपा खो बैठे और बेटी के कथित प्रेमी के साथ हाथापाई हो गई। इस बीच मची अफरा-तफरी में प्रेमी और बेटी ने साहू को धक्का दे दिया और वह तीसरी मंजिल की सीढ़ियों से लुढ़कते हुए नीचे आ गए। इस बीच मचे शोर-शराबे से बेटी की मां की भी आंख खुल गई। सीढ़ियों के पास आकर देखा तो पति को लहूलुहान पाया। वह तुरंत उन्हें जिला अस्पताल ले गईं, लेकिन बेटी से मिले जख्मों ने साहू के दिलो-दिमाग और शरीर पर गहरा असर किया और सफदरजंग अस्पताल में उनकी मौत हो गई।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दिल दहला देने वाला मामला नोएडा के सेक्टर 28 का है। मृतक की पत्नी ने अपनी बेटी पूजा और उसके प्रेमी धर्मेंद्र के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने आरोपी बेटी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि धर्मेंद्र फरार चल रहा है। पुलिस उसकी तलाश में दबिश दे रही है। पुलिस के मुताबिक मृतक विश्वनाथ साहू एक फैक्ट्री में काम करते थे और नोएडा में अपनी पत्नी और बेटी के साथ रहते थे। रविवार (7 जनवरी) को सुबह चार बजे यह घटना हुई।
पुलिस में दर्ज शिकायत के मुताबिक बेटी और प्रेमी से हुई हाथापाई के बाद तीसरी मंजिल से गिरकर बुरी तरह घायल हो गए थे, उनकी पत्नी उन्हें पहले जिला अस्पताल ले गई थीं, लेकिन उनकी हालत इतनी बिगड़ गई कि उन्हें दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया गया था। सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। मामले के बाद इलाके में सनसनी मची है। पुलिस जल्द मामला सुलझाने की बात कह रही है।
 
					 
							 
                                 
                             