पीएमओ यानी की प्रधानमंत्री कार्यालय ने अपने केंद्रीय मंत्रियों के भ्रष्टाचार से जुडे मामलों की जानकारी देने से साफ इंकार कर दिया है। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक आरटीआई के जरिए एक नागरिक ने ये जानकारी मांगी थी। लेकिन इतने अहम मसले पर जानकारी देने के बजाए प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि यह जानकारी किसी विशेष मुद्दे से संबधित नहीं है। हमें समझना होगा की पीएम कार्यालय को भला क्यों भ्रष्टाचार जैसे मसले भी अहम नहीं लगते।
मध्यप्रदेश के सतना में सड़क हादसे में छह स्कूली बच्चों समेत सात की मौत
पीएमओ यानी की प्रधानमंत्री कार्यालय ने अपने केंद्रीय मंत्रियों के भ्रष्टाचार से जुडे मामलों की जानकारी देने से साफ इंकार कर दिया है। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक आरटीआई के जरिए एक नागरिक ने ये जानकारी मांगी थी। लेकिन इतने अहम मसले पर जानकारी देने के बजाए प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि यह जानकारी किसी विशेष मुद्दे से संबधित नहीं है। हमें समझना होगा की पीएम कार्यालय को भला क्यों भ्रष्टाचार जैसे मसले भी अहम नहीं लगते।ये वो दौर है जब भ्रष्टाचार के आरोपों से देश की सबसे बडी जांच संस्था सीबीआई गुजर रही है। भ्रष्ट नेताओं को चुनाव लडने के लिए अयोग्य करार देने की बात चल रही है। बावजूद इसके पीएम कार्यालय को भ्रष्ट मंत्रियों के नाम का खुलासा करना जरुरी नहीं लगता। यही सवाल और जवाब आम जनता के मन में कसोटते रहते हैं।अगर कोई भी मंत्री भ्रष्ट नहीं है तो पीएमओ को खुलकर बताना चाहिए कि केंद्रीय मंत्रियों का दामन साफ है। अगर कोई मंत्री भ्रष्ट है तो ऐसे में उसे मंत्रीपद पर बने रहने का अधिकार नहीं रह जाता।