पुलवामा हमले के बाद से केंद्र सरकार पाकिस्तान के खिलाफ एक्शन में आ गई है। भारत, पाकिस्तान को सबक सिखाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रहा है। अब इसी के चलते सरकार ने पाकिस्तान जाने वाले पानी को रोकने का फैसला लिया है। इसी के चलते केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट कर कहा कि भारत ने पाकिस्तान जाने वाले अपने हिस्से के पानी को रोकने का फैसला किया है। भारत पूर्व नदियों के पानी को डायवर्ट करके जम्मू कश्मीर और पंजाब में इसका इस्तेमाल करेगा।
Under the leadership of Hon'ble PM Sri @narendramodi ji, Our Govt. has decided to stop our share of water which used to flow to Pakistan. We will divert water from Eastern rivers and supply it to our people in Jammu and Kashmir and Punjab.
पुलवामा हमले के बाद से केंद्र सरकार पाकिस्तान के खिलाफ एक्शन में आ गई है। भारत, पाकिस्तान को सबक सिखाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रहा है। अब इसी के चलते सरकार ने पाकिस्तान जाने वाले पानी को रोकने का फैसला लिया है। इसी के चलते केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट कर कहा कि भारत ने पाकिस्तान जाने वाले अपने हिस्से के पानी को रोकने का फैसला किया है। भारत पूर्व नदियों के पानी को डायवर्ट करके जम्मू कश्मीर और पंजाब में इसका इस्तेमाल करेगा।इतना ही नहीं, केंद्रीय मंत्री ने आगे बताया कि शाहपुल कांडी में रावी नदी पर बांध का निर्माण शुरू हो गया है। इसके अलावा UJH प्रोजेक्ट में जम्मू-कश्मीर के उपयोग के लिए हमारे हिस्से के पानी को एकत्रित किया जाएगा और बचे हुए जल Ravi-BEAS लिंक से दूसरे राज्यों में प्रवाहित किया जाएगा।नितिन गडकरी ने इससे पहले उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में बुधवार को कहा था कि जिन तीन नदियों का पानी पाकिस्तान जाता है, उन नदियों के पानी को बांध बनाकर रोकने की योजना बनाई जा रही है। इन नदियों के पानी को यमुना नदी में मिलाया जाएगा। जब यह योजना लागू कर दी जाएगी तो यमुना नदी में पानी पर्याप्त हो जाएगा।बता दें कि सिंधु जल संधि के अनुसार भारत पूर्वी नदियों के 80% जल का इस्तेमाल कर सकता है, हालांकि अब तक भारत ऐसा नहीं कर रहा था। भारत के इस कदम के बाद पाकिस्तान के सामने बड़ी चुनौतियां पैदा होने की संभावना है।
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) February 21, 2019
इतना ही नहीं, केंद्रीय मंत्री ने आगे बताया कि शाहपुल कांडी में रावी नदी पर बांध का निर्माण शुरू हो गया है। इसके अलावा UJH प्रोजेक्ट में जम्मू-कश्मीर के उपयोग के लिए हमारे हिस्से के पानी को एकत्रित किया जाएगा और बचे हुए जल Ravi-BEAS लिंक से दूसरे राज्यों में प्रवाहित किया जाएगा।
The construction of dam has started at Shahpur- Kandi on Ravi river. Moreover, UJH project will store our share of water for use in J&K and the balance water will flow from 2nd Ravi-BEAS Link to provide water to other basin states.
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) February 21, 2019
नितिन गडकरी ने इससे पहले उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में बुधवार को कहा था कि जिन तीन नदियों का पानी पाकिस्तान जाता है, उन नदियों के पानी को बांध बनाकर रोकने की योजना बनाई जा रही है। इन नदियों के पानी को यमुना नदी में मिलाया जाएगा। जब यह योजना लागू कर दी जाएगी तो यमुना नदी में पानी पर्याप्त हो जाएगा।
बता दें कि सिंधु जल संधि के अनुसार भारत पूर्वी नदियों के 80% जल का इस्तेमाल कर सकता है, हालांकि अब तक भारत ऐसा नहीं कर रहा था। भारत के इस कदम के बाद पाकिस्तान के सामने बड़ी चुनौतियां पैदा होने की संभावना है।
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