बदरपुर बॉर्डर क्राइम ब्रांच के सब-इंस्पेक्टर ब्रह्माप्रकाश को मासक्रेड अवार्ड से सम्मानित किया गया है। यह अवार्ड फेडरेशन ऑफ इंडियन चेंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज(फिक्की) द्वारा सब-इंस्पेक्टर ब्रह्माप्रकाश को तस्करी व जालसाजी के विरुद्ध ठोस कार्रवाई करने के लिए दिया गया है। बता दें ब्रह्माप्रकाश हरियाणा पुलिस में फिक्की की तरफ से इस सम्मान को पाने वाले अकेले ही शख्स रहें।
ये था मामला
इसी साल मई में क्राइम ब्रांच बदरपुर बॉर्डर पुलिस ने हरियाणा के बहादुरगढ़ में पांच रुपये के नकली सिक्के बनाने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया था। सब-इंस्पेक्टर ब्रह्मप्रकाश ने जालसाजी के विरुद्ध ठोस कार्रवाई की, जिसके तहत उन्हें यह अवार्ड दिया गया। सिक्का बनाने व मार्केट में खपाने के आरोप में एक महिला सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया। उन्होंने हरियाणा, दिल्ली व राजस्थान में विभिन्न जगहों पर छापेमारी कर पांच रुपये के करीब दो लाख नकली सिक्के बरामद किए थे।
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इस गिरोह का भंडाफोड़ होने के बाद भारतीय रिजर्व बैंक भी काफी चौंक गया था। आरबीआइ और आइबी की टीम ने भी इस मामले की छानबीन की थी। पकड़े गए आरोपितों ने ढलाई मशीनों की सहायता से पांच रुपये का हूबहू सिक्का तैयार कर लिया था। दो साल के अंदर आरोपित करीब दो करोड़ रुपये के नकली सिक्के दिल्ली-एनसीआर में खपा चुके थे। ब्रह्मप्रकाश को सम्मानित करते हुए फिक्की के अधिकारियों ने कहा कि नकली मुद्रा देश की अर्थव्यवस्था के लिए दीमक की तरह है।
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वहीं, इस सम्मान के लिए उन्होंने फिक्की के साथ ही डीजीपी हरियाणा मनोज यादव, फरीदाबाद के तत्कालीन पुलिस आयुक्त संजय कुमार और वर्तमान पुलिस आयुक्त केके राव का आभार जताया। साथ ही, सब इंस्पेक्टर ब्रह्मप्रकाश ने सूझबूझ से नकली सिक्के बनाने वाले एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया। इस तरह उन्होंने सही मायनों में देश व समाज की सेवा की
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