Eastern Peripheral Expressway (ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे) का नवीनीकरण किया जा रहा है ताकि यह विश्वस्तरीय उच्चतम मानकों को पूरा कर सके। यह हरियाणा में कुंडली से उत्तर प्रदेश के बागपत, गाजियाबाद और नोएडा होता हुआ वापस हरियाणा के फरीदाबाद और पलवल तक 135 किमी की यात्रा कराता है। अगले कुछ महीनों में, एक्सप्रेसवे का उपयोग करना आसान हो जाएगा और अधिक लोग इसका उपयोग करेंगे।
ईस्टर्न पेरिफेरल को इन बड़े एक्सप्रेसवे से भी जोड़ा जाएगा-
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे (Delhi Dehradun Expressway और यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) को भी ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा। इस एक्सप्रेसवे को जेवर एयरपोर्ट और दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए एक नया हाईवे भी बनाया जाएगा। ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पहले से ही NH-24 से जुड़ा हुआ है।
ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे आपको बेहद कम समय की सड़क यात्रा से भारत के कई अलग-अलग हिस्सों को जोड़ने में मदद करेगा। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर से लद्दाख जाने में आपको इसकी सहायता से कम समय लगेगा।
आपको बता दें ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे में बहुत सारी सुविधाएं हैं ताकि आप एक सुरक्षित और मजेदार सवारी कर सकें। हालांकि अभी इसमें कुछ मूलभूत कमियां भी हैं जैसे सडक का जगह-जगह से समतल न होना। एनएचएआई ऐसे स्थानों की पहचान कर रही है और जल्द ही उन्हें रिपेयर भी किया जाएगा, ताकि आम लोगों को इसपर सफर करने के दौरान बम्पी फील न हो।
मई में ये सविधाएं ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर दिखाई देंगी-
मई के पहले सप्ताह में इस सड़क के किनारे गैस स्टेशन, शौचालय, पेयजल, मोटल, रेस्तरां और ढाबे जैसी और जगहें दिखने लगेंगी। सभी गैस स्टेशनों पर इलेक्ट्रिक कारों के लिए चार्जिंग की सुविधा होगी, और अगर आपकी कार पंक्चर हो जाती है, तो तुरंत मरम्मत की सुविधा होगी। गैस स्टेशन के साथ-साथ विभिन्न अन्य स्थानों पर भी पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग शौचालय होंगे। एनएचएआई के अधिकारियों का कहना है कि सफर कर थक चुके बच्चों के खेलने के लिए पार्क भी विकसित किए जा रहे हैं।
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कुछ ऐसी चीजें हैं जो ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे को ज्यादा सुरक्षित बनाती हैं। उदाहरण के लिए यहां बहुत सारे सुरक्षा कैमरे और सुरक्षा गार्ड हैं।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) पूरे राजमार्ग पर चेतावनी के संकेतों की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ पुराने एक्सप्रेसवे की रोशनी को अच्छी स्थिति में रखने के लिए काम कर रहा है। आने वाले सालों में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर यातायात में वृद्धि की उम्मीद की जा रही है, ऐसे में यहां सुविधाओं में भी वृद्धी की जाएगी।
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